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AIIMS Bhopal के सीटीवीएस विभाग ने सातवां स्थापना दिवस मनाया

By: payal trivedi | Created At: 27 April 2024 11:36 AM


एम्स भोपाल के कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी (सीटीवीएस) विभाग द्वारा शनिवार को अपना सातवां स्थापना दिवस मनाया गया। इस दौरान पीडियाट्रिक कार्डियक सर्जरी पर एक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया।

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Bhopal: एम्स भोपाल के कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी (सीटीवीएस) विभाग द्वारा शनिवार को अपना सातवां स्थापना दिवस मनाया गया। इस दौरान पीडियाट्रिक कार्डियक सर्जरी पर एक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर (डॉ) अजय सिंह ने कहा की बच्चों में हृदय संबंधित रोगों के इलाज के लिए एक टीमवर्क बहुत जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए जल्द ही एम्स भोपाल पीडियाट्रिक सेंटर आफ एक्सीलेंस की शुरुआत करने जा रहा है। जहां बच्चों को और बच्चों के लिए सभी प्रकार के इलाज मौजूद होंगे। इसकी एक स्पेशल टीम बनाई जाएगी।

संस्थान के प्रति हृदय रोगियों का भरोसा तेजी से बढ़ रहा है इसके पीछे का प्रमुख कारण हमारी टीम की कड़ी मेहनत है। बीते दो सालों में हृदय रोगों की ओपीडी में 5000 मरीजों की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जहां साल 2021 में 23 सौ के करीब मरीज ओपीडी में पहुंचे थे वहीं साल 2023 में यह आंकड़ा 7 हजार के पार दर्ज किया गया। इसी प्रकार हृदय से संबंधित सर्जरी की संख्या भी 2 साल में दोगुनी से ज्यादा बढ़ी है। जहां साल 2021 में 161 कार्डियक सर्जरी हुई थी वहीं यह आंकड़ा साल 2023 में 4 सौ से पार दर्ज किया गया।

इस कार्यशाला में देश के जाने-माने कार्डियक सर्जन उपस्थित रहे जिसमें नई दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल के डॉ. के एस अय्यर और एसजीपीजीआई लखनऊ के डॉ. निर्मल कुमार गुप्ता शामिल रहे। डॉ. अय्यर ने कहा पीडियाट्रिक कार्डियक सर्जरी एक बेहद जटिल प्रक्रिया होती है। इस दौरान सर्जरी के साथ बच्चों में होने वाली प्रतिक्रिया पर भी गहरी नजर रखनी पड़ती है। वयस्क लोगों के मुकाबले बच्चों की धमनियां छोटी होती हैं, जिससे सर्जरी करना बेहद जटिल हो जाता है। डॉ. निर्मल कुमार गुप्ता ने सरकरी अस्पतलों में पीडियाट्रिक कार्डियक सर्जरी की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की। हरियाणा के पलवल से पीडियाट्रिक कार्डियक एनेस्थेटिस्ट डॉक्टर अमिता शर्मा ने भी कार्यशाला में हिस्सा लिया उन्होंने कहा की एनेस्थीसिया का पीडियाट्रिक कार्डियक सर्जरी में एक अहम रोल है। यह उतना ही जरूरी है जितना सर्जरी के दौरान एक कार्डियक सर्जन का होता है। इससे पूर्व (सीटीवीएस) विभाग के प्रमुख डॉ योगेश निवारिआ ने विभाग की पिछले 6 वर्षों के दौरान हुई प्रगति की जानकारी दी।

कार्यशाला के दौरान विशेषज्ञों द्वारा बच्चों में हृदय से जुड़ी बीमारियों की पहचान उनके लक्षण और जांच की प्लानिंग के बारे में भी बताया गया। यह सभी जानकारी कार्यक्रम में मौजूद डेढ़ सौ प्रतिभागियों द्वारा ग्रहण की गई। यह सभी मध्य प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टर व अन्य स्टाफ है। इस तरह की कार्यशाला प्रदेश में मेडिकल सुविधाओं के विस्तार और ज्ञान को बढ़ाने के लिए बेहद जरूरी मानी जाती है।

संवाददाता- उत्सव गुप्ता