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1 मई को क्यों मनाया जाता है मजदूर दिवस, जानें मजदूर दिवस से जुड़ी खास बातें

By: Richa Gupta | Created At: 01 May 2024 03:50 AM


अंतराष्टरीय श्रम दिवस के लिए 1 मई का दिन निर्धारित है, देश के विकास में वहां के मजदूरों का सबसे बड़ा योगदान होता है, क्योंकि देश की नींव यही मजदूर रखता है।

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अंतराष्टरीय श्रम दिवस के लिए 1 मई का दिन निर्धारित है, देश के विकास में वहां के मजदूरों का सबसे बड़ा योगदान होता है, क्योंकि देश की नींव यही मजदूर रखता है। लेकिन कई देशों में ये अलग-अलग दिन मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को श्रमिकों और उनकी समस्याओं के प्रति जागरुक करने का रहता है। अमेरिका में 135 साल पहले हुए श्रमिकों की मांगो को लेकर हुए बदलावों को स्वीकृति मिलने का यह धीरे-धीरे दुनिया भर में मजदूर दिवस, श्रमिक दिवस, मई दिवस जैसे नामों से पहचाने जाने लगा।

इसकी शुरुआत अमेरिका में हुई थी

इस दिन को मनाने के शरुआत 1886 को 1 मई से हुई थी। इस दिन अमेरिका के हजारों मजदूरों ने अपने काम की स्थितियां अच्छी करने के लिए हड़ताल शुरु की थी। वो चाहते थे कि उनके काम करने का समय एक दिन में 15 घंटे से घटाकर 8 घंटे कर दिया जाए। अपनी मांगो को मनाने के लिए उन्हें बहुत संघर्ष करना पड़ा लेकिन अंतत: उन्हें सफलता हासिल हुई और तब से 1 मई मजदूरों के लिए प्रतीक का दिन होता गया।

अमेरिका में कब मनाया जाता है मजदूर दिवस

इस मामले में दो रोक बातें है। 1886 की जिस हड़ताल को मजदूर दिवस के लिए प्रेरणा माना जाता है उसमें सबसे अहम दिन 4 मई का था जब शिकागो में गोलीबारी में 4 मजदूर मारे गए थे और 100 मजदूर घायल हुए थे। उससे भी अजीब बात ये है कि खुद अमेरिका में भी राष्ट्रीय मजदूर दिवस सितंबर महीने के पहले सोमवार को मनाया जाता है।

दुनिया भर में 1 मई

शिकागो की घटना के बाद यूरोप में जब मजदूरों के लिए हड़ताल और प्रदर्शन किए गए तो 1 मई को चुना गया। शिकागो आंदोलन की वजह से ही सप्ताह में एक दिन छुट्टी का रखा गया। वहीं जिस आंदोलन के बाद सबसे पहले 1 मई 1890 के दिन को यूरोप और अमेरिका में व्यापक प्रदर्शन के लिए चुना गया। धीरे-धीरे जब मजदूरों के लिए कोई बड़ा प्रदर्शन और हड़ताल कनी होती थी तो वह 1 मई को ही आयोजित की जाने लगी। आज भी दुनिया के कई देशों में 1 मई का दिन मजदूरों की छुट्टी का दिन होता है।

मजदूर दिवस का उद्देश्य

हर साल 1 मई को अंतराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाने का उद्देश्य मजदूरो की उपलब्धियों का सम्मान करना और उनके योगदान को याद करना है।

क्या खास होता है मजदूर दिवस पर

अंतराष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर कई संगठनों में श्रमिक कर्मचारियों को 1 दिन की छुट्टी दी जाती है। इस दिन सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में कई सारे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इतना हा नहीं इस दिन कई कल्याणकारी योजनाओं की भी घोषणा की जाती है, जो मजदूरों के हित में हो।

भारत में मजदूर दिवस

भारत में भी मजदूर दिवस 1 मई को ही बहुत से नामों से जानात जाता है। देश में सबसे पहले मजदूर दिवस 1923 में वामपंथियों मे चेन्नई में मनाया था। इसके बाद देश के कई मजदूर संगठन ने मई दिवस को अपनाया और आज देश में 1 मई को श्रमिक दिवस के रुप में मनाया जाता है और कई राज्यों में 1 मई को राजकीय अवकाश रहता है।

इन देंशों में नहीं मनाया जाता मजदूर दिवस

कनाडा में 1894 से ही सितंबर महीने के पहले सोमवार को ही मजदूर दिवस मनाया जाता है। जिन देशों में मजदूर दिवस नहीं मनाया जाता है उनमें कुछ अफ्रीका, कुछ खाड़ी देश और मंगोलिया शामिल है। वहीं कनाडा, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया में अलग दिन मजदूर दिवस मनाया जाता है। जापान में 30 नवंबर को थैंक्सगिविंग डे के साथ मजदूर दिवस मनाया जाता है। लेकिन ऑस्ट्रेलिया में तो हर प्रांत का ही अलग-अलग मजदूर दिवस हैं। कजाकिस्तान में सितंबर महीने का अंतिम रविवार मजदूर दिवस होता है।