किरण राज लक्ष्मी को कैसे मिला माधवी राजे सिंधिया नाम, सूना हो गया ग्वालियर का राजमहल
By: Sanjay Purohit | Created At: 15 May 2024 07:02 AM
ग्वालियर राजघराने की राजमाता और ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां, माधवी राजे सिंधिया, का दिल्ली एम्स में निधन हो गया है।
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ग्वालियर राजघराने की राजमाता और ज्योतिरादित्य-सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का दिल्ली एम्स में निधन हो गया है। वह लंबे समय से लंग्स इन्फेक्शन से पीड़ित थीं और दिल्ली में उनका इलाज चल रहा था। सिंधिया राजघराने की बहू बनने से पहले उनका नाम किरण राज लक्ष्मी था। उनका संबंध नेपाल के राज परिवार से था। उनकी शादी ग्वालियर के तत्कालीन महाराज माधव राव सिंधिया से 8 मई 1966 को हुई थी। यह शादी उस समय खूब चर्चा में रही थी। माधव राव की बारात ग्वालियर से दिल्ली ट्रेन से गई थी।
ऐसे बनीं सिंधिया राजघराने की बहू
राजमाता माधवी राजे सिंधिया नेपाल के राणा राजवंश से हैं। इस राजवंश के प्रमुख जुद्ध शमशेर जंग बहादुर राणा थे, जो नेपाल के प्रधानमंत्री भी रहे। 60 के दशक में, ग्वालियर के सिंधिया परिवार को नेपाल के राजघराने से शादी का प्रस्ताव आया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।
ऐसे मिला माधवी नाम
ग्वालियर राजघराने की सबसे वरिष्ठ सदस्य, माधवी राजे सिंधिया, का नाम शादी से पहले किरण राज लक्ष्मी था। ग्वालियर राजघराने की बहू बनकर आने के बाद, परंपरा के अनुसार उन्हें नया नाम मिला और वह माधवी राजे सिंधिया के नाम से जानी जाने लगीं।