उच्च स्तरीय बारूद के कारण स्क्रैप यार्ड में जोरदार धमाका हुआ था। धमाके में दो व्यक्तियों के परखच्चे उड़ गए थे। घटना में मृतक की संख्या स्पष्ट नहीं हो पाई है। इसके कारण घटनास्थल में मिले मानव शरीर के टुकड़ों को डीएनए जांच के लिए भेजा गया है। एनआईए की टीम धमाके की जांच कर रही है और उनकी कार्रवाई रविवार को भी जारी रहेगी।
गुरुवार की दोपहर लगभग 12.15 बजे खजरी-खिरिया बायपास स्थित मोहम्मद शमीम के स्क्रैप यार्ड में धमाका हो गया। धमाका इतना तेज था कि यार्ड की छत तथा दीवार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। ब्लास्ट जिस स्थान पर हुआ है, वहां बड़ा सा गड्ढा हो गया है। उच्च स्तरीय बारूद के कारण इतना शक्तिशाली धमाका हुआ था। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि धमाके में यार्ड में कार्यरत दो मजदूरों के परखच्चे उड़ गए थे। धमाके में कितने व्यक्तियों की मौत हुई उसकी पुष्टि के लिए घटनास्थल में मिले मानव अंगों को डीएनए जांच के लिए भेजा गया है।
स्क्रैप यार्ड के अंदर सेना में उपयोग किए जाने वाले बम के खोखे मिले हैं। विस्फोट इतना तेज था कि उसकी आवाज पांच किलोमीटर दूर तक सुनी गई थी। विस्फोट के कारण उठते धुएं को कई किलोमीटर दूर से देखा जा सकता था। विस्फोट के कारण लोगों को ऐसा लगा कि भूकंप आ गया है। पुलिस महानिरीक्षक अनिल सिंह कुशवाह ने बताया कि अधारताल थाने में यार्ड संचालक सहित अन्य के खिलाफ धारा 304, 120 तथा विस्फोटक एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है। पुलिस ने यार्ड संचालक मोहम्मद शमीम के बेटे फहीम तथा सुपरवाइजर सुल्तान को गिरफ्तार किया है। दोनों को न्यायालय में पेश कर पूछताछ के लिए पांच दिनों के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। यार्ड में मिले सेना में उपयोग किए जाने वाले बमों के खाली खोखे मिले थे, जिसके संबंध में भी जांच जारी है।