Chardham Yatra 2024: उत्तराखंड शासन के सख्त निर्देश के बाद सुधरे हालात, ऑफलाइन पंजीकरण 31 तक स्थगित
By: payal trivedi | Created At: 22 May 2024 09:51 AM
चारधाम के लिए ऑफलाइन पंजीकरण 31 तक स्थगित किए जाने और उत्तराखंड शासन के सख्त निर्देश के बाद स्थिति में कुछ सुधार आया। खासकर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में यातायात व्यवस्था कुछ हद तक पटरी पर लौटी है।
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उत्तरकाशी: चारधाम के लिए ऑफलाइन पंजीकरण 31 तक स्थगित किए जाने और उत्तराखंड शासन के सख्त निर्देश के बाद स्थिति में कुछ सुधार आया। खासकर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में यातायात व्यवस्था कुछ हद तक पटरी पर लौटी है। उत्तरकाशी से गंगोत्री धाम (105 किलोमीटर) तक पहुंचने में तीर्थयात्रियों को छह से सात घंटे लग रहे हैं। सुबह आठ बजे से पहले जो तीर्थयात्री उत्तरकाशी से गंगोत्री के लिए जा रहा है, वह करीब साढ़े पांच घंटे में पहुंच रहा है। गंगोत्री से उत्तरकाशी लौटने के लिए भी तीर्थयात्री को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ रहा है। केवल गंगोत्री धाम में दर्शन के लिए लंबी लाइन लग रही है।
करीब एक से दो घंटे तक का इंतजार
भीड़ बढ़ने पर करीब एक से दो घंटे तक तीर्थयात्रियों को लाइन पर लगा रहना पड़ रहा है। लखनऊ की तीर्थयात्री रंजना ने कहा कि वह अपने परिवार के साथ मंगलवार सुबह बड़कोट से यमुनोत्री धाम के लिए गई। पालीगाड़ के वन-वे बैरियर के पास करीब 45 मिनट इंतजार किया। सुबह नौ बजे जानकी चट्टी पहुंचे। यमुनोत्री धाम की यात्रा करने के बाद शाम पांच बजे वे जानकी चट्टी लौट आए।
केदारनाथ की ओर बढ़ रही भीड़
गंगोत्री और यमुनोत्री में यातायात व्यवस्था कुछ सुचारू होने के बाद केदारनाथ की ओर भीड़ बढ़ रही है। जिसके चलते उत्तरकाशी जिला प्रशासन ने गंगोत्री से केदारनाथ की ओर जाने वाले वाहनों को उत्तरकाशी चमियाला घनसाली तिलवाड़ा के बजाय उत्तरकाशी चंबा श्रीनगर मार्ग से भेजना शुरू किया है। उत्तरकाशी चमियाला घनसाली तिलवाड़ा मार्ग के व्यवसायी इस व्यवस्था का विरोध कर रहे हैं।
धारा 144 के तहत जारी किए थे आदेश
यमुनोत्री धाम में पैदल यात्रा मार्ग पर तीर्थयात्रियों के आवागमन को सुगम बनाने के लिए जिलाधिकारी डा. मेहरबान सिंह बिष्ट ने सोमवार की रात को धारा 144 के तहत आदेश जारी किए थे। मंगलवार को जिसका कुछ असर यमुनोत्री पैदल मार्ग पर देखने को मिला। घोड़ा-खच्चर व पालकी की संख्या निश्चित समय अंतराल के लिए तय की गई है।
NGT के आदेश का नहीं हो रहा पालन
चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर 2022 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की ओर से जारी आदेश का पिछले दस दिनों में यमुनोत्री धाम की यात्रा के दौरान पालन होता नहीं दिख रहा था। सोमवार देर शाम जिलाधिकारी डा. मेहरबान सिंह बिष्ट ने धारा 144 के तहत आदेश जारी किए। इस आदेश के बाद अब निश्चित समय अंतराल में 800 घोड़े-खच्चर और 300 पालकी निर्धारित संख्या में भेजी जा रही हैं।