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balodabazar violence: पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा- राज्य में "लॉ एंड ऑर्डर" ठीक नहीं है, सरकार से हुई बड़ी चूक...

By: Durgesh Vishwakarma | Created At: 11 June 2024 11:05 AM


दिल्ली से लौटते ही राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य की साय सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।

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balodabazar violence: बलौदाबाजार हिंसा मामले में साय सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। विपक्ष लगातार बीजेपी सरकार को घेर रही है। वहीं दिल्ली से लौटते ही राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। पूर्व सीएम बघेल ने कहा कि, सरकार से एक बड़ी चूक हुई है। सरकारी सिस्टम घटना को रोक पाने में विफल रहा है। छत्तीसगढ़ के इतिहास में ये अब तक सबसे बड़ी प्रदर्शन के दौरान हिंसा की घटना है।

प्रदर्शन को इतना उग्र होने किसने दिया ?

इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि, कलेक्टर और एसपी कार्यकाल जला देना सामान्य बात नहीं है। इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार है उस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन सवाल उठ रहा है कि, प्रदर्शन को इतना उग्र होने किसने दिया ? पूर्व सीएम बघेल ने साय सरकार पर आरोप लगाया है कि, घटना को लेकर अब लीपापोती किया जा रहा है। समाज के लोगों को सरकार शांत करा पाने में नाकाम रही है। न्यायिक जांच की घोषणा पहले क्यों नहीं की गई ? आगे अपने बयान में बघेल ने कहा कि, सरकार से कानून व्यवस्था संभल ही नहीं रही। प्रदेशभर में लचर व्यवस्था है। गृहमंत्री को अपना पद छोड़ देना चाहिए, क्योंकि सच्चाई है कि, खुफिया विभाग पूरी तरह फेल रहा है।

हिंसा की घटना की भी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए

पूर्व सीएम भूपेश बघेल यहीं नहीं रुके आगे बीजेपी सरकार पर बरसते हुए कहा कि, सतनामी समाज के लोग सत्य और अहिंसा के पुजारी हैं। जैतखाम में जिन लोगों ने तोड़फोड़ की है, जो वास्तविक आरोपी हैं उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि, हिंसा की घटना की भी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। मैं समाज से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।

सीएम साय ने बुलाई हाईलेवल मीटिंग

वहीं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी इस घटना पर नजर बनाए हुए हैं। सीएम ने देर शाम डीजीपी और सीएस को तलब कर मामले की जानकारी ली थी और आईजी को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए थे। वहीं आज बलौदाबाजार मामले में सीएम हाउस में हाईलेवल बैठक बुलाई है। मिली जानकारी के अनुसार, इस बैठक में डिप्टी सीएम विजय शर्मा और अरुण साव समेत सतनामी समाज के प्रमुख पदाधिकारी मौजूद हैं।

जानिए क्या है पूरा मामला

आपको बता दें कि, 15 और 16 मई की दरमियानी रात कुछ असामाजिक तत्वों ने गिरौधपुरी धाम में सतनामी समाज के धार्मिक स्थल के पूज्य जैतखाम में तोड़फोड़ की थी। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस की इस कार्रवाई से समाज के लोग असंतुष्ट थे और न्यायिक जांच की मांग कर रहे थे। इस बीच सोमवार को राज्य के गृहमंत्री विजय शर्मा ने न्यायिक जांच की घोषणा की। वहीं जैतखाम में तोड़फोड़ के विरोध में हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास एकत्र हुए और जमकर हंगामा किया, जहां प्रदर्शन हिंसक हो गया। उपद्रवियों ने तांडव मचाते हुए कलेक्टर और एसपी कार्यालय को आग के हवाले कर दिया। वहीं इस घटना में वहां मौजूद लगभग 20-30 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। वहीं सैकड़ों गाड़ियां जलकर राख हो गई। इसके बाद पूरे शहर में धारा 144 लगा दी गई है। फिलहाल शहर में स्थिति सामान्य है। पुलिस पूरी घटना की जांच कर रही है।