THE KISHORE DA : 4 अगस्त को खंडवा (म.प्र.) में जन्में किशोर कुमार को बचपन में आभास भी नहीं हुआ था कि वो गायक बनेंगे !
By: Raaj Sharma | Created At: 04 August 2023 10:40 PM
मध्यप्रदेश के खंडवा में जन्में किशोर कुमार का नाम सुनते ही हमारे मन में तमाम दृश्य, गाने, फ़िल्में और रियल लाइफ में ज़िदादिली और हंसी-मजाक के क़िस्से सामने आते हैं, उन्हीं में से कुछ जो उनके काम से इतर हैं क्यूंकि उनका काम तो अमर है जो हम सबको पता है, आज हम आपको बताने वाले हैं और कुछ उनके अलावा भी जोकि नीचे लिखे हैं, पढ़ लीजिए –

मध्यप्रदेश के खंडवा में जन्में किशोर कुमार का नाम सुनते ही हमारे मन में तमाम दृश्य, गाने, फ़िल्में और रियल लाइफ में ज़िदादिली और हंसी-मजाक के क़िस्से सामने आते हैं, उन्हीं में से कुछ आज हम आपको बताने वाले हैं और कुछ उनके अलावा भी जोकि नीचे लिखे हैं, पढ़ लीजिए –
हिन्दुस्तान के सबसे बड़े और चहेते गायक में से एक किशोर कुमार को गाना ही पसंद नहीं था –
4 अगस्त 1929 को मध्यप्रदेश के खंडवा में जन्में आभास कुमार गांगुली जिन्हें दुनियां किशोर कुमार के नाम से जानती है, उनका जन्म खंडवा के जाने-माने वकील कुंजीलाल गांगुली के यहां हुआ था !
किशोर कुमार ने अपने करियर में लगभग 1500 से ज्यादा फिल्मों में गाने गाये हैं और अनगिनत हिट्स ऐसे जिनकी एक्सपायरी डेट हमेशा के लिए मिसिंग है !
लेकिन बचपन में किशोर कुमार को गाना ही पसंद नहीं था और वो सिर्फ एक्टिंग करना चाहते है
किशोर कुमार के बड़े भाई अशोक कुमार फिल्म इंडस्ट्री के एक समय में सबसे बड़े सुपरस्टार थे और उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि किशोर बचपन में फटे बांस की तरह गाता था और हमें इसे चुप कराना पड़ता था !
और इस तरह से अपने गाने के बारे में लगातार सुनने के बाद किशोर को गाने से ही नफरत हो गई थी !
लेकिन गाने की वजह से दुनियां ने किशोर कुमार को अपार सफलता और प्यार दिया !
अपनी दमदार और असरदार आवाज़ के लिए किशोर जिसे श्रेय देते थे, वो आप भी जान लीजिए –
दरअसल किशोर कुमार की आवाज़ के बारे में अक्सर बात होती है कि इतनी दमदार और हर तरह के इमोशन को पूरी तरह से निभाने का गुण जो उनकी आवाज़ में था वो बहुत ही मुश्किल है और इस बात का वज़न इसलिए और बढ़ जाता है कि इसके लिए उन्होंने कभी कोई ट्रेनिंग भी नहीं ली थी !
और जब किशोर से इंटरव्यू में इस बारे में पूछा जाता था तो वो इसके लिए बचपन में हुई एक घटना को जिम्मेदार बताते थे !
हुआ यूं कि बचपन में किशोर कुमार रसोई में काम कर रही अपनी मां के पास दौड़ते हुए जा रहे थे लेकिन तभी रास्ते में पड़े धार दार हंसिये पर उनका पैर पड़ा और लहुलुहान हो गया और उस जख्म की वजह से किशोर कई दिनों तक जोर-जोर से रोते रहे !
और किशोर बताते हैं कि उससे पहले उनकी आवाज़ दबी हुई थी लेकिन कई दिनों तक जोर-जोर से रोने की वजह से उनके वोकल कोड्स इम्प्रूव हो गए और उनकी आवाज़ खुल गई और साथ ही सुरीली भी हो गई !
शुरूआती पढाई-लिखाई –
किशोर कुमार ने अपनी प्राथमिक पढाई-लिखाई खंडवा से करने के बाद आगे की पढाई के लिए इंदौर का रुख किया और इंदौर के क्रिश्चियन कॉलेज से अपनी आगे की पढाई की !
पढाई के दौरान किशोर अपने दोस्तों के बीच भी खूब हंसी-मज़ाक किया करते थे और जैसा उनके व्यक्तित्व के बारे में लोग बात करते हैं वो शुरू से ही वैसे ही थे, मस्त-मगन, जिंदादिल और हरफ़नमौला !
उनके कॉलेज का एक किस्सा बहुत प्रसिद्द है जिसमें वो कॉलेज कैंटीन के 5 रूपए 12 आना उधार के बदले 5 रुपैया बारह आना गाना गाकर कैंटीन मालिक की बात अनसुनी कर दी थी !
बाद में इसी गाने को उन्होंने अपनी फिल्म में इस्तेमाल भी किया था !
अपने जन्म स्थान खंडवा से गहरे लगाव के कारण हमेशा करते थे खंडवा का ज़िक्र –
शास्त्रों में जिन सात सुखों की बात कही गयी है उनमें पांचवे स्थान पर आता है स्वदेश में वासा, माने हम जहां पैदा हुए हैं उस जन्मभूमि में हमारा डेरा-बसेरा हो और इसी लगाव के चलते दुनियां भर दौलत, शौहरत और इज्ज़त मिलने के बाद भी किशोर कुमार अक्सर कहा करते थे कि रिटायर होने के बाद वे खंडवा में ही रहेंगे !
अपने सिंगिंग शो में भी किशोर कई बार खुद को खंडवा वाले किशोर कुमार के नाम से अनाउंस करवाया करते थे !
लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसा हो न सका और किशोर ने अपने सफ़र के आखिरी क्षण भी खंडवा से बाहर ही बिताए !
निजी जीवन में काफी उथल-पुथल मची रही –
किशोर कुमार की व्यक्तिगत जिंदगी में काफी उतार-चड़ाव आते रहे जिनमें से सबसे ज्यादा जो लोगों के बीच चर्चा की वजह बने वो थे उनकी शादियों के क़िस्से –
किशोर कुमार ने अपनी पहली शादी रूमा गुहा ठाकुरता रूमा घोष से की थी जो खुद एक बंगाली एक्ट्रेस और सिंगर थीं और अपनी पहली शादी से उन्हें एक लड़का हुआ जिनका नाम अमित कुमार है और अमित कुमार एक जाने-माने सिंगर हैं, लेकिन 8 साल के इस रिश्ते के बाद किशोर कुमार और रूमा घोष अलग हो गए !
दूसरी शादी किशोर कुमार ने बॉलीवुड की सबसे बेहतरीन एक्ट्रेस मधुबाला से की थी और इस शादी में उन्हें कई अडचनों का सामना करना पड़ा था जैसे घर वालों का विरोध और अस्वीकार्यता जिसकी एक वजह भिन्न धर्म भी था !
ऐसी एक दंतकथा भी है कि 1960 में किशोर कुमार ने मधुबाला से सिविल मैरिज करके इस्लाम अपना लिया था लेकिन इसकी पुष्टि नहीं की गई है !
घरेलू झगड़ों और कहा-सुनी की वजह से मधुबाला कुछ समय के बाद ही अपने बंगले में वापस चली गई थीं और 9 साल के रिश्ते के बाद बीमारी के चलते 1969 में उनका देहांत हो गया और ये रिश्ता भी ख़त्म हो गया !
किशोर ने तीसरी शादी एक्ट्रेस योगिता बाली से की जो कि सिर्फ 2 साल ही चली और इसके बाद योगिता ने मिथुन चक्रवर्ती से शादी कर ली !
1980 में किशोर कुमार ने आखिरी शादी की एक्ट्रेस लीना चंद्रावरकर से जिनसे उन्हें एक लड़का हुआ जिसका नाम सुमित कुमार है !
अंग्रेजी गानों के शौकीन थे किशोर कुमार –
अपने गाये हुए गानों से करोड़ों लोगों को मंत्रमुग्ध करने वाले किशोर कुमार खुद अंग्रेजी गानों के शौकीन थे और किशोर के बेटे अमित कुमार ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि एक बार किशोर अमेरिका से तमाम सारी अंग्रेजी क्लासिक फिल्म्स और गानों की कैसेट लाये थे और देखते और सुनते रहते थे !
अपने अंदाज में बदला लेने के लिए जाने जाते थे किशोर कुमार –
किशोर कुमार के मज़ाकिया अंदाज के कई क़िस्से आपने सुने होंगे लेकिन किशोर अगर किसी से बदला लेना चाहते थे तो फिर कितना ही वक़्त क्यों ना हो जाए वो उसे भूलते नहीं थे और अपने अनोखे अंदाज़ में उसे पूरा भी करते थे जैसे –
किशोर कुमार ने 1966 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘प्यार किए जा’ में काम किया था और इसमें किशोर के अलावा मशहूर कॉमेडी एक्टर महमूद ने भी काम किया था लेकिन फीस के तौर पर महमूद को ज्यादा पैसे मिले थे जोकि किशोर कुमार को बाद में पता चला और उन्होंने इस बात पर बदला लेने की ठान ली !
फिर 2 साल बाद फिल्म ‘पड़ोसन’ में किशोर कुमार ने अपने किरदार के लिए महमूद से दोगुना पैसा चार्ज किया और इस बात का खुलासा किया कि उन्होंने ऐसा बदला लेने के लिए किया था !
ऐसा ही एक और वाक्या हमें सुनाई दिया उनके बेटे अमित कुमार के दिए एक इंटरव्यू में जिसमें अमित ने बताया कि पिताजी (किशोर कुमार) हमेशा गाना गाने से पहले ये पूछा करते थे कि लता ( भारत रत्न श्री लता मंगेशकर ) कितना ले रही है, ताकि उनसे ज्यादा फीस ले सकें !
किशोर कुमार ने अपने घर के बाहर एक बोर्ड लगा रखा था जिसे पढ़कर हर कोई चकित रह जाता था –
आमतौर पर हमनें लोगों के घरों के बाहर बोर्ड लगे देखे हैं जिनमें लिखा होता है कि पालतू जानवरों से सावधान रहें लेकिन अपनी अतरंगी खुशमिजाजी के लिए विख्यात किशोर कुमार ने अपने घर के बाहर जो बोर्ड लगा रखा था उस पर लिखा था कि ‘किशोर से सावधान रहें’ !
एक बार का वाक्या है जब एचएस रवैल किशोर कुमार को पैसे देने उनके घर पहुंचे, रवैल ने किशोर कुमार को पैसे देकर उनसे हाथ मिलाने के लिए जब हाथ बढाया तो किशोर ने रवैल के हाथ को उठाया और उनकी ऊँगली को मुंह से काट लिया और जब रवैल से इसका कारण पूछा तो किशोर ने कहा कि क्या आपने घर के बाहर लगा बोर्ड नहीं पढ़ा ?
जब एचएस रवैल ने घर के बाहर लगा बोर्ड पढ़ा तो खूब हंसे !
आपातकाल में सरकार से सहमत ना होने की कीमत भी चुकाई –
साल 1975, देश के लिए एक ऐसा साल जो राजनीतिक ताकतों की तानाशाही का गवाह है उसमें किशोर कुमार ने भी कई मुश्किलों का सामना किया !
जब किशोर कुमार को चारों तरफ से विरोध झेल रही सरकार ने अपने पक्ष में एक सरकारी समारोह में आने के लिए कहा तो किशोर कुमार ने साफ़ मना कर दिया और सरकार की नीतियों का समर्थन नहीं किया !
जिससे नाराज़ सरकार के तत्कालीन सूचना एवं प्रसारण मंत्री विद्याचरण शुक्ल ने आकाशवाणी से किशोर कुमार के गाने प्रसारित होने पर रोक लगा दी !
साथ ही आयकर विभाग द्वारा किशोर कुमार के घर पर छापा मारा गया और उनकी बनाई हुई कई फ़िल्में जब्त कर लीं जो अब तक अदृश्य हैं !
वो समय जब इस विराट सफ़र का समापन हुआ –
बतौर एक्टर शुरू हुआ किशोर कुमार का सफ़र बाद में निर्माता, निर्देशक, लेखक और सबसे ज्यादा पार्श्वगायन (playback singing) के लिए जाना गया !
किशोर कुमार के गानों को यहां लिखने या उनके कुछ नोटेव्ल काम का ज़िक्र करने की कोई ख़ास ज़रुरत नहीं है क्यूंकि उससे हम सब परिचित हैं !
लेकिन जिस तरह से किशोर कुमार की मृत्यु हुई वो सच में अचंभित करने वाली थी, क्यूंकि सिर्फ 58 साल की उम्र में ऐसी प्रतिभा का चले जाना पूरे देश के लिए नुकसान था क्यूंकि आगे वो कितना कुछ दे सकते थे हमारी समझ को सहेजने वाले संगीत को !
लेकिन अपने बड़े भाई और हिंदी सिनेमा के जाने-माने स्टार अशोक कुमार के 76वें जन्मदिन 13 अक्टूबर 1987 को किशोर ने कुछ अधूरे सपनें लिए इस दुनियां को अलविदा कह दिया जैसे वापस खंडवा जाकर रहने का सपना !
ॐ शांति !
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