H

हिमाचल के मंत्री जगत सिंह नेगी के बिगड़े बोल, बोले - कोई कंगना को बिना मेकअप देख ले, दूसरी बार नहीं देखेगा...

By: Durgesh Vishwakarma | Created At: 11 May 2024 06:25 AM


हिमाचल के मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि, कंगना रनौत अज्ञानता से भरी हुई है। वो जनता को संबोधित करते हुए मूर्खतापूर्ण बातें करती हैं।

bannerAds Img
हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को चुनावी रण में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने विक्रमादित्य सिंह को टिकट दिया है। वहीं कंगना और विक्रमादित्य के बीच खुब जुबानी तीर छोड़े जा रहे हैं। इसी बीच हिमाचल बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने बीजेपी उम्मीदवार कंगना को लेकर विवादित बयान दे डाला।

कंगना रनौत प्रचार के लिए मेकअप करके आती है

हिमाचल बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि, कंगना रनौत प्रचार के लिए मेकअप करके आती है। उनके साथ हमेशा मेकअप वाली टीम रहती है। मेकअप की वजह से लोगों की भीड़ उन्हें देखने आती है। नेगी ने आगे कहा कि, अगर कोई व्यक्ति कंगना को बिना मेकअप देख लें तो दूसरी बार उन्हें देखना नहीं चाहेगा। हमे उसके रंग-रूप से कुछ नहीं लेना। लेकिन उनकी बुद्धी और क्षमता देखनी है।

कंगना की बातों से लोगों के कान पके

हिमाचल बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी यहीं नहीं रुके उन्होंने मंडी से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार कंगना रनौत को मूर्ख भी कहा। नेगी ने आगे कहा कि, कंगना रनौत अज्ञानता से भरी हुई है। वो जनता को संबोधित करते हुए मूर्खतापूर्ण बातें करती हैं। वो खुद को मोदी की गिलहरी बताती हैं। वो हर रोज रंग बदल रही है। उन्होंने आगे तंज भरे अंदाज में कहा कि, बीजेपी की नेता भी कंगना रनौत की बातों से दुखी हो चुके है। उनकी बातों को सुन संसदीय क्षेत्र के लोगों के कान पक गए हैं।

कंगना ने आजादी में शहीद होने वालों का अपमान किया है

कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि, आप क्या ऐसे व्यक्ति को वोट देंगे जो कहती है आजादी 2014 के बाद मिली है। हम हमारे बच्चों को क्या बताएंगे। छोटे-छोटे बच्चे जो कंगना रनौत को सुनते होंगी उन्हें लगता होगा आजादी तो 2014 के बाद मिली है। नेगी ने आगे कहा कि, कंगना कहती है कि, देश के पहले प्रधानमंत्री सुभाष चंद्र बोस थे। सुभाष चंद्र बोस हमारे महान नेता थे, हम उनका सम्मान करते है, लेकिन कंगना जी ने आजादी में शहीद होने वालों का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि, जो लोग हमारी परंपराओं को नहीं मानते हम उनका सम्मान कैसे करें।