Jaipur: आरएसएस समर्थक जयपुर डायलॉग्स से कनेक्शन मामले (Rajasthan News) में जयपुर से कांग्रेस उम्मीदवार सुनील शर्मा की टिकट वापसी के बाद विवाद गहरा गया है। सुनील शर्मा ने अब उनकी उम्मीदवारी पर सवाल उठाने वाले शशि थरूर पर पलटवार किया है। सुनील शर्मा ने कहा कि शशि थरूर जयपुर डायलॉग्स में आने को तैयार थे, वो मोलभाव कर रहे थे। संस्था की तारीफ कर रहे थे। मैंने तो टिकट लौटा दिया, अब थरूर भी टिकट लौटाएं। सुनील शर्मा मंगलवार को सिविल लाइंस स्थित अपने आवास पर मीडिया से बात कर रहे थे।
क्या बोले शर्मा?
शर्मा ने कहा- शशि थरूर जो जयपुर डायलॉग्स के कर्ताधर्ता से खुद मोलभाव कर रहे थे। थरूर फाइव स्टार होटल में रुकवाने और फ्लाइट का बिजनेस क्लास टिकट देने पर जयपुर डायलॉग्स के कार्यक्रम में आने को तैयार थे। यही नहीं उन्होंने इस संस्था के कर्ताधर्ता संजय दीक्षित को जो जवाब दिया, उसमें देरी से जवाब देने पर माफी भी मांगी है। इसका मतलब वे कितने उतावले थे। उनके कैसे रिश्ते रहे होंगे।
शर्मा ने आगे कहा कि - थरूर अक्टूबर 2018 में जयपुर डायलॉग्स में आने को तैयार थे, डेविड फ्रॉली के साथ उनका सेशन था। उन्होंने जो मोलभाव किया, उसके मैं दस्तावेजी सबूत दे रहा हूं। थरूर के दफ्तर से प्रोग्राम में आने के लिए बिजनेस क्लास टिकट और फाइव स्टार होटल की सुविधा मांगी गई थी। जयपुर डायलॉग्स के कर्ताधर्ता संजय दीक्षित ने उसे मंजूर कर लिया था। थरूर को मैसेज किया तो उन्होंने उसे स्वीकार करते हुए अपने दफ्तर के इमेल एड्रेस पर निमंत्रण भेजने और बाकी औपचारिकताएं पूरी करने को कहा था।
'खुद करें तो रासलीला, बाकी करें तो करेक्टर ढीला'
शर्मा ने कहा- मैं कांग्रेस में रहकर ऐसे लोगों (Rajasthan News) का पर्दाफाश करूंगा, जो खुद को प्रोग्रेसिव बताकर पार्टी को ब्लैकमेल करते हैं। जो खुद मोलभाव कर रहे थे। जो इस संस्था की तारीफ कर रहे थे, वो मंच साझा करने पर मुझ पर सवाल उठा रहे थे। खुद करें तो रासलीला, बाकी करें तो करेक्टर ढीला।
थरूर को लेकर कही ये बड़ी बात
सुनील शर्मा ने कहा- ये ऐसे लोग हैं, जिन्होंने मेरे खिलाफ पेड कैंपेन चलाया। पेड कैंपेन चलाने वाले लोग यह चाहते थे कि कोई दूसरा बुद्धिजीवी चैलेंज नहीं करे। शशि थरूर जैसे लोग यही चाहते थे। ऐसे लोगों की कोशिश रहती है कि कांग्रेस को संसद में डिफेंड करने वाला कोई पढ़ा लिखा नेता नहीं पहुंचे।
शशि थरूर के साथ मेल पर हुई बातचीत भी शेयर की।
संजय दीक्षित पहले कांग्रेस खेमे के अफसर माने जाते थे
सुनील शर्मा ने कहा- मैं रियल सेंस में चुनाव नहीं लड़ना (Rajasthan News) चाहता था, लेकिन बड़े नेताओं ने टिकट दिया। जिस संजय दीक्षित से मेरा एसोसिएशन बताया गया, वो रिटायर्ड आईएएस थे। क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव थे। यूपीए में मंत्री रहे नेता के साथ काम करते रहे। उस वक्त वो कांग्रेस खेमे के अफसर समझे जाते थे। उनसे मित्रता स्वाभाविक थी। उस वक्त उन्होंने 2016 में चैरिटी संस्था बनाई, एक ऐसा मंच बनाया जाए, जहां दोनों पक्षों को सुना जाए। मुझे यह आइडिया इतना बुरा नहीं लगा। जब वो रिटायर हो गए तो उन्होंने अलग लाइन पकड़ ली, उसका मैं क्या कर सकता हूं। उन्होंने जो कंपनी बनाई, उस कंपनी से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। दो चीजों को मिलाकर षड्यंत्र के तहत अलग तरह से पेश किया गया।