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राजस्थान में हार को लेकर कांग्रेस में अंर्तकलह जारी, Govind Singh Dotasara बोले- '20-25 लोगों के टिकट नहीं काटे, इसलिए हारे...'

By: payal trivedi | Created At: 04 February 2024 05:14 AM


कांग्रेस प्रभारी रंधावा का बयान था। हम लोग चाहते थे कि 20-25 लोगों की टिकट काटे जाएं, जिन्हें लेकर एंटी इनकंबेंसी थी। हम वह काम नहीं कर पाए।

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Jaipur: कांग्रेस प्रभारी रंधावा का बयान था। हम लोग चाहते थे कि 20-25 लोगों (Govind Singh Dotasara) की टिकट काटे जाएं, जिन्हें लेकर एंटी इनकंबेंसी थी। हम वह काम नहीं कर पाए। हम पार्टी आलाकमान और अन्य किसी पर दोष नहीं दे रहे हैं। हम हमारे पुराने लोगों का मोह नहीं छोड़ पाए। इस वजह से विधानसभा चुनाव में हम हारे। यह कहना है पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा का। बाड़मेर में शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम में डोटासरा ने यह कहा। कार्यक्रम में कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली भी थे। लोकसभा चुनाव को लेकर संवाद कार्यक्रम में पदाधिकारियों व कार्यकर्ता को मंत्र दिए गए।

डोटासरा ने बीजेपी पर साधा निशाना

गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा- पर्ची सरकार में मुख्यमंत्री और मंत्रियों की नहीं चलती। ब्यूरोक्रेसी हावी हो गई है। पर्दे के पीछे से RSS सरकार चला रही है। आरएएस और आईएएस ट्रांसफर लिस्ट पर कहा कि बार-बार अधिकारी चेंज हो रहे हैं।

क्या बोले सुखजिंदर सिंह रंधावा?

प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कल कहा था कि चुनाव (Govind Singh Dotasara) में मेरी और डोटासरा की चली होती तो जीत जाते। इस पर डोटासरा ने कहा- रंधावा साहब का कहना सही था, हम लोग चाहते थे कि कुछ लोगों की टिकट काटकर लए लोगों की दी जाएं। हमारी योजना अच्छी थीं, हम वह काम नहीं कर पाए। पार्टी आलाकमान को दोष नहीं दे रहे हैं। हम हमारे पुराने लोगों का मोह नहीं छोड़ पाए। जिनकी एंटी इंकम्बैंसी थी, उनको भी हमने दुबारा टिकट दे दिया। तो रिजल्ट भी उलट आया। जनता तो कांग्रेस को ही चाहती थी। हमने यही कहा था कि 10-20 लोगों की टिकट और काट देते तो परिणाम हमारे पक्ष में होता। इसमें मैं भी हूं, रंधावाजी, गहलोत जी, सचिन पायलट और स्क्रीनिंग कमेटी के तमाम लोग थे। हम लोग किन्हीं कारणों से टिकट नहीं काट पाए, हमें उसका मलाल है।

बीजपी को बताया पर्ची सरकार

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा- कांग्रेस के जन संवाद प्रोग्राम में कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है। पांच साल हमारी सरकार ने अच्छे काम किए थे। अब राजस्थान के लोगों को महसूस होने लगा है कि हम ठगे गए हैं और गलत फैसला हो गया। यह ऐसी सरकार आ गई जो पर्ची सरकार है। जिसके मुख्यमंत्री की चलती नहीं है। जिनके मंत्रियों की चलती नहीं है।

'ब्यूरोक्रेसी हावी हो गई है'

जनप्रतिनिधियों को कोई पूछता नहीं है। ब्यूरोक्रेसी हावी हो गई है। मंत्री चाहे जैसे बयान दे रहे हैं। मुख्यमंत्री का कृषि मंत्री कहता है किसान को कर्जा नहीं देना चाहिए। किसान की आदत बन गई है कि कर्जा लो और मत चुकाओ। किसान के प्रति उनकी सोच आ गई। स्वास्थ्य मंत्री कह रहा है चिरंजीवी योजना से 25 लाख रुपए का इलाज फ्री में हो रहा है वो तो फर्जी योजना है।

'मंत्रियों को अधिकारी और बाबू नहीं मिल रहे'

डोटासरा ने कहा- एसीएस को कभी लगा रहे हो हटा रहे हो। मंत्रियों को अधिकारी और बाबू नहीं मिल रहे। जो भी आरएएस और आईएएस की लिस्ट आई है वो मुख्यमंत्री को पता नहीं कि कहां से लिस्ट आई है। दिल्ली से पर्ची आ रही है और लिस्ट निकल रही है। मुख्यमंत्री के दो आरएएस अधिकारी लगाए थे, वो चेंज हो गए। जिन-जिन मंत्रियों ने अधिकारियों का लिखकर दे दिया। वो एक भी अधिकारी नहीं लेंगे। जब-जब केंद्र व राज्यों में भाजपा की सरकार आती है तब-तब आरएसएस पर्दे के पीछे सरकारें चलाती है। उनको जनता के मुद्दों और समस्याओं, वेलफेयर और प्रदेश के विकास से कोई लेना-देना नहीं होता है। 100 दिन की कोई कार्ययोजना नहीं बनी।

सरकार बनने के बाद एक मंत्री का प्रदेश हित का नहीं आया

डोटासरा ने कहा- इनके मंत्रियों के कोई भी बयान प्रदेश हित में नहीं आया है। इनका जनजाति मंत्री कहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करो, मोदी जी मकान बना देंगे। शिक्षा मंत्री ने बयान दिया कि प्लास्टिक का कोई परिवार उपयोग करता है तो उसका हाथ तोड़ दो किसी का पैर तोड़ दो। बच्चों को पढ़ाने को लेकर कॉन्ट्रोवर्सी पैदा कर रहे हैं। डोटासरा ने कहा- कांग्रेस ने एनसीआरटी पाठ्यक्रम पूरे प्रदेश में 12वीं तक लागू किया था। यह पाठ्यक्रम भारत सरकार का है। उनकी संस्थान ने जो वैरिफाई करके पुस्तकें बनाई थी। उनको हम लोग रॉयल्टी में करोड़ों रुपए देते हैं। वो हमें पाठ्यक्रम की सीडी देते हैं और हम यहां से छपवाते हैं।

कहा- बीजेपी के मंत्री उतालवे हो रहे

डोटासरा ने कहा- यह सरकार एनसीआरटी व हमारी योजनाओं (Govind Singh Dotasara) पर सवाल उठा रहे हैं। खुद की योजना कुछ बना नहीं रहे हैं। यह किस भ्रष्टाचार की बात कर रहे हैं। यह तो उतावले हो रहे हैं कि हमारे अधिकारी लगें और हमारे कब्जे में फाइल आए, कब टेंडर करें और कब घपले कर माल कमाएं। 6 माह निकलने दो पता चल जाएगा। फिलहाल मोदी जी और अमित शाहजी ने टाइट कर रखा है। लोकसभा चुनाव हो जाने तो उसके बाद आपको खुली छूट दे देंगे। इनका काम केवल धार्मिक उन्माद फैलाना, धर्म के आधार पर वोटों को बांटना, वोट की फसल काटना है।