H

रामराजा सरकार की सलामी में बदलाव, सुरक्षा का हवाला देकर अब बिना बेनेट की बंदूक से सलामी

By: Ramakant Shukla | Created At: 14 May 2024 10:41 AM


धार्मिक नगरी के रामराजा सरकार मंदिर में 500 साल से भगवान को राजा के तौर पर सलामी देने की परंपरा जारी है। भगवान रामराजा को चारों पहर में मप्र पुलिस के जवान सशस्त्र सलामी देते हैं, लेकिन सोमवार से सलामी की परंपरा में पुलिस के द्वारा बदलाव किए गए। अब सलामी देने वाले पुलिस जवान की बंदूक के आगे लगे बेनेट यानी चाकू को हटा दिया गया है।

bannerAds Img
धार्मिक नगरी के रामराजा सरकार मंदिर में 500 साल से भगवान को राजा के तौर पर सलामी देने की परंपरा जारी है। भगवान रामराजा को चारों पहर में मप्र पुलिस के जवान सशस्त्र सलामी देते हैं, लेकिन सोमवार से सलामी की परंपरा में पुलिस के द्वारा बदलाव किए गए। अब सलामी देने वाले पुलिस जवान की बंदूक के आगे लगे बेनेट यानी चाकू को हटा दिया गया है। पहले रामराजा सरकार को जिन बंदूकों से सलामी दी जाती थी, उन पर आगे बेनेट (चाकू) लगा होता था, लेकिन सुरक्षा कारणों के चलते चाकू को बंदूक से हटाया है।

श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है बेनेट हटाने का निर्णय

निवाड़ी पुलिस अधीक्षक राय सिंह नरवरिया ने बताया कि मंदिर में बढ़ती भीड़ और कहीं जवान किसी वजह से अपना आपा खोकर इसका गलत उपयोग न कर ले, इसलिए व्यवस्था में बदलाव करके बंदूक के आगे से चाकू को हटवाया गया है। भगवान श्रीराम राजा सरकार को पहले केवल एक पुलिस जवान गार्ड ऑफ ऑनर दिया करता था। जवान की बंदूक में बेनेट लगा रहता था और वह पूरे समय जब तक मंदिर खुलता है, तब तक मंदिर के बाहर पहरा देता था। पूर्व में कलेक्टर अरुण विश्वकर्मा ने परंपरा को वृहद रूप देने के लिए 1-4 की गार्ड से इस परंपरा का निर्वहन करवाना शुरू किया। जिसमें बीच में खड़े एक गार्ड की बंदूक में बेनेट रहती थी और शेष अन्य बिना बेनेट के सलामी देते थे।