देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर अब लोकसभा चुनाव में भी बड़ा रिकॉर्ड कायम करने जा रहा है। यहां Non of the Above यानी NOTA निर्णायक मतों का रिकॉर्ड बनाने जा रहा है। बता दें कि, सुबह 10 बजकर 46 मिनट पर आए रूझानों के अनुसार यहां 61,850 वोट नोटा पर डाले जा चुके हैं। हालांकि, इससे बड़ा दावा भाजपा द्वारा किया जा रहा है, वो ये कि इंदोर लोकसभा में कुल 15 लाख से अधिक वोट पड़े हैं। अगर नोटा और अन्य दलों को कुल 4 लाख वोट भी मिलते हैं तो बड़ी बात होगी। इसके बाद शेष 11 लाख वोटों से भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी की जीत होगी। अगर भाजपा का ये केलकुलेशन सटीक बैठता है तो ये देश में अबतक की सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड भी कायम करेगी।
इंदौर लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने अक्षय कांति बम को प्रत्याशी बनाया था, लेकिन चुनाव प्रचार के बीच ही उन्होंने अपना नाम वापस लेकर कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे। तभी से कांग्रेस पार्टी यहां लोगों से NOTA के पक्ष में मतदान करने की अपील कर रही थी। यही कारण है कि इस बार यहां NOTA पर वोटिंग रिकॉर्ड कायम करने जा रही है। हालांकि, अबतक के रुझानों पर गौर करें तो भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी यहां अभी निर्णायक बढ़त बनाते हुए सबसे आगे हैं। इसके बाद ऩोटा के पक्ष में वोट पड़े हैं। फिर बसपा के संजय सोलंकी तीसरे स्थान पर हैं, जबकि जनहित पार्टी के अभय जैन चौथे स्थान पर जगह बनाए हुए हैं
इंदौर ने बनाया रिकॉर्ड
इंदौर ने इस बार देशभर में अबतक के सबसे अधिक नोटा वोटों का रिकार्ड कायम कर लिया है। बता दें कि, सुबह करीब 11 बजे तक ही नोटा पर पड़े वोटों का आंकड़ा 60 हजार के पार जा चुका है। हालांकि, अबतक देश में सबसे ज्यादा नोटा का रिकॉर्ड बिहार की गोपालगंज सीट के नाम था। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां कुल 51,660 नोटा वोट पड़े थे। ऐसे में देखें तो इंदौर ने नोटा के मामले में पहला स्थान तो कायम कर ही लिया है, लेकिन माना जा रहा है कि इंदौर लोकसभा आज मतगणना खथ्म होने तक नोटा का वो रिकॉर्ड कायम कर देगी, जिसे शायद सालों तोड़ा नहीं जा सकेगा।