नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने गुरुवार को मंत्रालय में विभागीय संचालित योजनाओं एवं भावी योजना प्रस्तावों की गहन समीक्षा बैठक की।
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने गुरुवार को मंत्रालय में विभागीय संचालित योजनाओं एवं भावी योजना प्रस्तावों की गहन समीक्षा बैठक की। बैठक में मंत्री विजयवर्गीय ने निर्देश दिये कि प्रदेश के हर नगरीय निकाय में साफ-सफाई, पौधारोपण एवं जल-संरक्षण के कार्य प्राथमिकता से किये जायें। नगरीय निकाय अपने-अपने क्षेत्र में कम से कम एक नगर वन (अर्बन फॉरेस्ट) विकसित करें। वन प्राण वायु पैदा करते हैं। यह मनुष्य, समाज और पर्यावरण, तीनों के हित में है। उन्होंने कहा कि विभागीय योजनाओं में और प्रगति लाकर लंबित निर्माण कार्य तेज गति से पूरे किये जायें। बैठक में नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी, प्रमुख सचिव श्री नीरज मण्डलोई, आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री भरत यादव, प्रबंध संचालक एम.पी. मेट्रो श्री सी.बी. चक्रवर्ती, आयुक्त म.प्र. गृह निर्माण एवं अधोसंरचना मण्डल श्री चन्द्रमौलि शुक्ला, संचालक नगर एवं ग्राम निवेश श्री श्रीकांत बनोठ, अपर आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास डॉ. परिक्षित संजयराव झाड़े सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
प्रत्येक नगरीय निकाय को नगर वन विकास हेतु दिये जायेंगे 2 करोड़ रुपये
विजयवर्गीय ने कहा कि नगर वन के विकास के लिये प्रत्येक नगरीय निकाय को 2-2 करोड़ रुपये दिये जायेंगे। नगरीय निकाय उद्यान विकास के साथ-साथ खुद की नर्सरी भी तैयार करें। हर साल जून-जुलाई-अगस्त में व्यापक स्तर पर पौधारोपण भी करायें। इसी तरह जन-सहभागिता से स्मृति-वन भी विकसित किये जा सकते हैं। विभागीय बजट का शत-प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित किया जाये। स्वच्छता सेवकों को पुरस्कार दिया जाये। जो शहर सफाई में अव्वल आये, उसके स्वच्छता मित्रों को शहर की स्वच्छता रेटिंग के अनुसार पारितोषिक दिया जाये। श्री विजयवर्गीय ने कहा कि नगरीय निकाय सौर ऊर्जा उत्पादन के प्रयास भी करें।