एंकर्स के बहिष्कार पर जेपी नड्डा बोले - I.N.D.I.A. गठबंधन के 2 काम, सनातन को कोसना और पत्रकारों को धमकाना
जेपी नड्डा ने विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. पर निशाना साधते हुए कहा कि, उसके घटक के दो काम कर रहे हैं - एक "सनातन" संस्कृति को कोसना और दूसरा मीडिया को "धमकाना"।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए कहा कि, उसके घटक के दो काम कर रहे हैं - एक "सनातन" संस्कृति को कोसना और दूसरा मीडिया को "धमकाना"। जेपी नड्डा ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा कि, इन पार्टियों के बीच आपातकाल-युग की मानसिकता जीवित है। उन्होंने आगे अपने इस लेख में लिखा कि, I.N.D.I.A. गठबंधन को अपनी हरकतों को तुरंत बंद कर देना चाहिए, उन्हें इसके बजाय रचनात्मक कार्यों और लोगों की सेवा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। अन्यथा, गुमनामी का रास्ता और भी साफ हो जाएगा।
एंकर्स के बहिष्कार पर जेपी नड्डा का विपक्ष पर वार
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा I.N.D.I.A गठबंधन के सदस्यों द्वारा कुछ एंकर्स के बहिष्कार वाले बयान पर नड्डा ने कहा कि, मीडिया को धमकाना - FIR दर्ज करना, व्यक्तिगत पत्रकारों को धमकाना, असली नाजी शैली में सूची बनाना कि किसे निशाना बनाना है। आगे उन्होंने दावा किया है कि, कांग्रेस के इतिहास में मीडिया को धमकाने और अलग विचार रखने वालों को चुप कराने के "कई उदाहरण" हैं।
जेपी नड्डा ने कांग्रेस को याद दिलाया इतिहास
जेपी नड्डा ने याद दिलाते हुए कहा कि, पंडित नेहरू ने स्वतंत्र भाषण पर रोक लगा दी थी और उनकी आलोचना करने वालों को गिरफ्तार कर लिया था। इंदिरा जी स्वर्ण पदक विजेता बनी हुई हैं कि, यह कैसे करना है - उन्होंने प्रतिबद्ध न्यायपालिका, प्रतिबद्ध नौकरशाही का आह्वान किया और भयावह आपातकाल लगाया। बीजेपी प्रमुख ने आगे यह भी याद दिलाया है कि, राजीव जी ने मीडिया को राज्य के नियंत्रण में लाने की कोशिश की, लेकिन बुरी तरह विफल रहे। UPA ने सोशल मीडिया हैंडल पर प्रतिबंध लगा रहा है, सिर्फ इसलिए क्योंकि कांग्रेस को उनके विचार पसंद नहीं हैं।