चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान -3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग के बाद, ISRO सूर्य का अध्ययन करने के लिए तैयार है। चांद के बाद अब सूर्य मिशन के लिए आदित्य -एल 1 अंतरिक्ष यान शनिवार यानी आज (2 सितंबर) को उड़ान भरेगा। वेधशाला मिशन, जो लगभग 120 दिनों में लैग्रेंज बिंदु 1, या एल 1 तक पहुंच जाएगा। ये 5 साल से अधिक समय तक चलेगा। एल 1 एक सुविधाजनक बिंदु है – पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किमी और सूर्य से लगभग 148.5 मिलियन किमी दूरी पर, जहां सूर्य और पृथ्वी के बीच गुरुत्वाकर्षण बल पूरी तरह से संतुलित हैं।
सुबह 11.50 बजे होगा मिशन लॉन्च
सूर्य मिशन Aditya-L1 का काउंटडाउन शुरू हो गया है। PSLV-XL रॉकेट की मदद से सूर्य पर मिशन होगा लॉन्च। सुबह 11.50 बजे होगा मिशन लॉन्च। आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेस स्टेशन से किया जाएगा लॉन्च। आदित्य एल-1 अंतरिक्ष यान को पृथ्वी और सूर्य के बीच की एक फीसदी दूरी तय करके L-1 पॉइंट पर पहुंचा देगा।
अब तक कौन से देश मिशन लॉन्च कर चुके
भारत से पहले अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा (NASA), यूरोप की स्पेस एजेंसी और जर्मनी ने अलग-अलग और संयुक्त रूप से सूर्य के अध्ययन के लिए मिशन भेजे हैं। नासा के 3 मिशन- सोहो, पार्कर सोलर प्रोब और आइरिस (Interface Region Imaging Spectrograph) काफी चर्चित रहे हैं। पार्कर सोलर प्रोब मिशन, सूर्य के सबसे करीब पहुंचने वाला अंतरक्षि यान है।
Read More: मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान भड़की हिंसा, बसों में आग, तोड़फोड़, 42 पुलिसकर्मी घायल