अंतरिम केंद्रीय बजट को निराशाजनक करार देते हुए कांग्रेस नेता थरूर ने कहा कि, बेरोजगारी की बात वित्त मंत्री के भाषण से पूरी तरह गायब थी।
कांग्रेस के सीनियर नेता शशि थरूर ने लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे पहले से तय होने के BJP के दावे को सिरे से खारिज किया। उन्होंने कहा कि, पिक्चर अभी बाकी है और अंतरिम बजट मोदी सरकार का अंतिम बजट लगता हैं। कांग्रेस सांसद ने जीडीपी को गवर्नेंस, डेवलपमेंट और परफॉर्मेंस बताने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की आलोचना भी की। शशि ने कहा कि, इस व्यवस्था के तहत जी का मतलब गवर्नमेंटल इंट्रूजन एंड टैक्स टेररिज्म , डी का मतलब डेमोग्रेफिक बिट्रेयल और पी का मतलब पावर्टी एंड राइजिंग इनिक्वालिटी है।
बेरोजगारी की बात वित्त मंत्री के भाषण से पूरी तरह गायब थी
अंतरिम केंद्रीय बजट को निराशाजनक करार देते हुए कांग्रेस नेता थरूर ने कहा कि, बेरोजगारी की बात वित्त मंत्री के भाषण से पूरी तरह गायब थी। आम आदमी के जीवन में सुधार के मामले में सरकार को एफ ग्रेड (फेल) मिलता है। उन्होंने कहा कि, मुद्रास्फीति, विशेष रूप से खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि इतनी चौंकाने वाली है कि, नीचे की 20 प्रतिशत आबादी बाजार में उन्हें खरीदने में असमर्थ है, जबकि वे एक या दो साल पहले खरीद सकते थे। यह आम भारतीय के जीवन की वास्तविकता है, यही कारण है कि, मोदी सरकार चाहती है कि, देश की जनता राम मंदिर के लिए गर्व करते हुए वोट करें या बालाकोट, पुलवामा की घटना को लेकर पाकिस्तान पर कथित प्रहार के लिए गर्व के आधार पर वोट दें।
इस बार सरकार राम मंदिर को मुद्दा बनाने जा रही है
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, इस बार सरकार की तरफ से राम मंदिर मुद्दा बनने जा रहा है और इसमें कोई संदेह नहीं है कि, अबू धाबी मंदिर को जोड़ा जााएगा। कांग्रेस नेता ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि, स्पष्ट रूप से सरकारें ऐसा करने के लिए नहीं चुनी जाती हैं, सरकारें आम लोगों के जीवन में सुधार के लिए चुनी जाती हैं। क्या इस सरकार ने ऐसा किया? मैं कहूंगा कि उस विशेष मानदंड पर वह (सरकार) पूरी तरह विफल है।