Rajasthan Election 2023: नामांकन से पहले वसुंधरा राजे का शक्ति प्रदर्शन, बोलीं- 'राजस्थान का नव निर्माण होगा'
राजस्थान में चुनावी रंगत परवान (Rajasthan Election 2023) पर है और कोटा संभाग में तो दिग्गजों की लंबी फहरिस्त है। कोटा संभाग में जहां वसुंधरा राजे ने नामांकन रैली में चुनावी रंगत को और गहरा कर दिया तो दूसरी ओर कोटा का मसला सुलझ जाने से बीजेपी की ताकत और बढ़ गई। इसी के साथ प्रमोद जैन भाया ने भी नामांकन दाखिल किया है।
Jaipur: राजस्थान में चुनावी रंगत परवान (Rajasthan Election 2023) पर है और कोटा संभाग में तो दिग्गजों की लंबी फहरिस्त है। कोटा संभाग में जहां वसुंधरा राजे ने नामांकन रैली में चुनावी रंगत को और गहरा कर दिया तो दूसरी ओर कोटा का मसला सुलझ जाने से बीजेपी की ताकत और बढ़ गई। इसी के साथ प्रमोद जैन भाया ने भी नामांकन दाखिल किया है। बता दें कि, वसुंधरा राजे की सभा में भारी जन सैलाब उमड़ा और लोग नाचते गाते सभा में पहुंचे। इस दौरान वसुंधरा राजे ने कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि, राजस्थान का नव निर्माण होगा, फिर से कमल खिलेगा और फिर से वैसा ही विकास होगा जैसा हमारी पिछली बीजेपी सरकारों में हुआ था।
"कांग्रेस सरकार ने लाख युवाओं के सपनों पर पानी फेरा"
वसुंधरा राजे ने आगे कहा कि, कांग्रेस सरकार ने लाख युवाओं के सपनों पर पानी फेरा है। यह सरकार आज पूरे देश में रेप और महिला अत्याचार में नंबर वन है, दलित अत्त्याचर में नंबर वन है, भ्रष्ट्राचार में नंबर वन, पेपर लीक में नंबर वन, कर्ज में नंबर वन, बेरोजगारी में नंबर वन, महंगाई में नंबर वन, हिंदुओ और संतों पर अत्याचार में नंबर वन, झूठे वादों में नंबर वन है।
राजे का यह 10वां नामांकन
वसुंधरा राजे ने कहा कि, झालावाड़ से मेरा 10वां नामांकन है। पहला नामांकन नवंबर 1989 में सांसद के लिए भरा था। लगातार 5 बार सांसद और 4 बार विधायक चुनी गई। सांसद दुष्यंत सिंह को लगातार 4 बार सांसद बनाया। झालवाड़ के आशीर्वाद से 1998 में केंद्र में विदेश मंत्री बनी। उसके बाद केंद्र में लघु उद्योग, कृषि और ग्रामीण उद्योग, कार्मिक, लोक शिकायत, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष जैसे महत्वपूर्ण विभागों की मंत्री बनी। अभूतपूर्व बहुमत के साथ 2003 और 2013 में प्रदेश की मुख्यमंत्री बनी। प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी. जब-जब भी मैंने नामांकन भरा झालवाड़ वासियों ने मुझसे एक ही बात कही, आपका काम नामांकन भरने का है, बाकी काम हमारा है। अब यहां से आप नहीं, हम चुनाव लड़ रहें हैं, झालावाड़ चुनाव लड़ रहा है।
'पहली बार 1989 में यहां आई तो..'
अधिकांश प्रत्याशी नामांकन भरने से लेकर चुनाव परिणाम (Rajasthan Election 2023) आने तक अपना रण क्षेत्र छोड़ कर कहीं नहीं जाते हैं। अपने क्षेत्र में ही डटे रहते हैं, लेकिन मैं सौभाग्यशाली हूं, कि मुझे पूरे समय झालावाड़ रुकने की आवश्यकता कभी नहीं हुई। पहली बार 1989 में यहां आई थी, तब मुझे ऐसा लगा था कि किसी गांव या कस्बे में आई हूं। कई रास्ते ऐसे थे, जहां सफर करना मुश्किल था, लेकिन आज उसी झालावाड़ से बड़े-बड़े हवाई जहाज उड़ान भर सकते हैं। ट्रैने दौड़ रही है। कोई बीमार होता था, तो उसे इलाज के लिए कोटा या जयपुर लेकर दौड़ना पड़ता था, आज उसी झालावाड़ में मेडिकल कॉलेज है, कैंसर अस्पताल है।
पीएम मोदी ने राम मंदिर का सपना साकार किया
एक तरफ तो पीएम मोदी है, जिन्होंने राम मंदिर निर्माण (Rajasthan Election 2023) का सपना साकार किया, गरीब कल्याण, जन धन, आयुष्मान, उज्ज्वला, किसान सम्मान निधि, मुद्रा और बीमा योजना के माध्यम से करोड़ों देशवासियों के जीवन को खुशहाल किया। दूसरी तरफ अशोक गहलोत की सरकार है, जिसने प्रदेश को बदहाल किया, रोज 20 दुष्कर्म, 7 हत्याएं, 19 बार पेपर लीक कर लाखों युवाओं के जीवन से खिलवाड़ किया।