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'पढ़ा लिखा व्यक्ति ऐसी बकवास कैसे कर सकता है', सैम पित्रोदा की नस्लीय टिप्पणी पर भड़के रॉबर्ट वाड्रा

By: Sanjay Purohit | Created At: 09 May 2024 08:56 AM


सैम पित्रोदा के रंगभेद वाले बयान से घमासान मचा हुआ है। बयान ने तूल पकड़ा तो पित्रोदा को तुरंत इस्तीफा देना पड़ा। अब कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा ने सैम पित्रोदा की 'नस्लवादी' टिप्पणी को खारिज कर दिया है।

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सैम पित्रोदा के रंगभेद वाले बयान से घमासान मचा हुआ है। बयान ने तूल पकड़ा तो पित्रोदा को तुरंत इस्तीफा देना पड़ा। अब कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा ने सैम पित्रोदा की 'नस्लवादी' टिप्पणी को खारिज कर दिया है। इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया है कि इतना शिक्षित व्यक्ति इस प्रकार की टिप्पणियां कैसे कर सकता है। वाड्रा ने यह भी कहा कि वह ओवरसीज इंडिया कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष की इस बात से पूरी तरह असहमत हैं कि उन्हें अपनी टिप्पणियों के प्रति अधिक जिम्मेदार होना चाहिए था।

पढ़ा लिखा व्यक्ति ऐसी बकवास कैसे कर सकता है

वाड्रा ने कहा, "जब आप इस (गांधी) परिवार से जुड़े होते हैं, तो बड़ी ताकत के साथ बड़ी जिम्मेदारी भी आती है, आपको कोई भी कदम उठाने से पहले सोचना होगा। सैम पित्रोदा ने जो कहा है, मैं उससे असहमत हूं। बकवास ही की है, कोई इतना पढ़ा-लिखा व्यक्ति कैसे कुछ कह सकता है इस तरह? वह राजीव गांधी के बहुत करीबी थे, लेकिन उन्हें थोड़ा और जिम्मेदार होना चाहिए। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उनके एक बयान के कारण भाजपा को अनावश्यक मुद्दे उठाने का मौका मिल जाता है।''

बहुत खुशी है कि वह रिटायर हो गए- वाड्रा

वाड्रा ने कहा, "आप यहां आते हैं और इस सरकार की गलतियों के बारे में बात करते हैं, कमियां बताते हैं। लेकिन आप सोफे पर बैठे हैं और कुछ भी कह रहे हैं, जो पूरी तरह से बकवास है। मुझे बहुत खुशी है कि वह सेवानिवृत्त हो गए हैं। मैंने कल उन्हें लिखा था कि यह सब यह गलत है।''

मेरे नाम का गलत तरीके से इस्तेमाल किया- वाड्रा

वाड्रा ने अमेठी से भारतीय जनता पार्टी की सांसद स्मृति ईरानी की भी आलोचना करते हुए कहा है कि उन्होंने अडानी के साथ उनकी तस्वीर दिखाकर उनके नाम का गलत तरीके से इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा, "जमीनी हकीकत जानने के लिए मैंने कुछ लोगों से मुलाकात की है। अमेठी, रायबरेली या मुरादाबाद--जहां भी मैं गया हूं, लोगों का मानना है कि मुझे सक्रिय राजनीति में आना चाहिए। मैं 1999 से उस क्षेत्र के लोगों के बीच रहा हूं, प्रचार किया है।" सोनिया गांधी ने 2004 में उन्हें भारी बहुमत से जिताया। अमेठी और रायबरेली के लोगों के साथ मेरे संबंध मजबूत रहे हैं और उन्हें लगता है कि उनके सांसद ने अडानी के साथ मेरी तस्वीर दिखाकर मेरे नाम का गलत तरीके से इस्तेमाल किया।''