एमपी की बीजेपी नेता और राज्य की पूर्व मंत्री इमरती देवी पर विवादित बयान मामले में नया मोड़ आया है। एमपी के पीसीसी चीफ जीतू पटवारी की इस केस में याचिका पर हाईकोर्ट ने मध्यप्रदेश सरकार और इमरती देवी को नोटिस भेजा है। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने इमरती देवी पर विवादित टिप्पणी कर दी थी। पत्रकारों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि “इमरती में अब वो रस नहीं रहा”। जीतू पटवारी की इस टिप्पणी के बाद इमरती देवी ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। इसी मामले में कोर्ट ने इमरती देवी और राज्य सरकार से जवाब मांगा है। जीतू पटवारी ने याचिका में अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर निरस्त करने की मांग की है। सोमवार को इस याचिका पर कोर्ट में सुनवाई हुई। इसके बाद हाईकोर्ट ने मध्यप्रदेश सरकार और इमरती देवी को नोटिस जारी कर दिए।
पूर्व मंत्री इमरती देवी पर दिए गए बयान पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ डबरा के साथ अशोक नगर में भी प्रकरण दर्ज है। इमरती देवी इस मामले में उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहीं हैं। पटवारी के माफी मांगने की बात पर उनका कहना है कि ऐसा नहीं होता है कि पहले जूता मार लो फिर माफी मांग लो।