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मुख्तार अंसारी की मौत पर रामगोपाल ने उठाए सवाल कहा- क्या कोई न्यायिक जांच के आदेश करेगी यूपी सरकार ?

By: Sanjay Purohit | Created At: 29 March 2024 10:12 AM


बांदा जेल में बंद गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर सियासत गरमा गई है। इसे लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और शिवपाल यादव ने सवाल उठाएं हैं।

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लखनऊ: बांदा जेल में बंद गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर सियासत गरमा गई है। इसे लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और शिवपाल यादव ने सवाउठाएं हैं। रामगोपाल ने ट्वीट कर कहा कि पूर्व विधायक मुख़्तार अंसारी की जिन परिस्थितियों में मृत्यु हुई वह अत्यधिक चिंताजनक है।

मुख्तार अंसारी ने ज़हर देकर अपनी हत्या की आशंका पहले व्यक्त की थी

उन्होंने न्यायालय में अर्ज़ी देकर पहले ही ज़हर के द्वारा अपनी हत्या की आशंका व्यक्त की थी। मौजूदा व्यवस्था में तो न जेल में कोई सुरक्षित, न पुलिस कस्टडी में और न अपने घर में। प्रशासनिक आतंक का माहौल पैदा करके लोगों को मुंह बंद रखने को विवश किया जा रहा है। क्या मुख़्तार अंसारी द्वारा न्यायालय में दी गयी अर्ज़ी के आधार पर कोई न्यायिक जाँच के आदेश करेगी यूपी सरकार ?

दिल का दौरा पड़ने से अंसारी की मौत

आप को बता दें कि प्रदेश के जिलों में आतंक का पर्याय बने गैंगस्टर-नेता मुख्तार अंसारी की बृहस्पतिवार को बांदा के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। अंसारी की मृत्यु के साथ ही अपराध के एक युग और राजनीति के साथ उसके गठजोड़ के एक अध्याय का अंत हो गया। यह इस तथ्य से परिलक्षित होता है कि अंसारी के खिलाफ हत्या से लेकर जबरन वसूली तक के 65 मामले दर्ज थे, फिर भी वह विभिन्न राजनीतिक दलों के टिकट पर पांच बार विधायक चुना गया।

महज 15 साल की उम्र में अंसारी ने अपराध की दुनिया में कदम रखा

साल 1963 में एक प्रभावशाली परिवार में जन्मे अंसारी ने राज्य में पनप रहे सरकारी ठेका माफियाओं में खुद को और अपने गिरोह को स्थापित करने के लिए अपराध की दुनिया में प्रवेश किया। साल 1978 की शुरुआत में महज 15 साल की उम्र में अंसारी ने अपराध की दुनिया में कदम रखा। अंसारी खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 506 (आपराधिक धमकी) के तहत गाजीपुर के सैदपुर थाने में पहला मामला दर्ज किया गया था।