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Cyclone Remal ने मचाया कहर, लैंडस्लाइड से 36 लोगों की मौतें, कई ट्रेनों को किया गया रद्द

By: payal trivedi | Created At: 29 May 2024 07:05 AM


चक्रवात रेमल के प्रभाव के कारण मंगलवार को चार पूर्वी राज्यों में भारी बारिश और भूस्खलन में कम से कम 36 लोगों की मौत हो गई।

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गुवाहाटी/आइजोल: चक्रवात रेमल के प्रभाव (Cyclone Remal) के कारण मंगलवार को चार पूर्वी राज्यों में भारी बारिश और भूस्खलन में कम से कम 36 लोगों की मौत हो गई। इसके कारण आठ राज्यों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ और सड़क-रेल संपर्क प्रभावित हुआ। मिजोरम में 27 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से 21 की मौत आइजोल जिले में माइंस गिरने से हुई, जबकि नगालैंड में चार, असम में तीन और मेघालय में दो लोगों की मौत हुई। तेज हवाओं के साथ हुई बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए और बिजली और इंटरनेट सेवाएं बाधित हुईं।

कई ट्रेनों को किया गया रद्द

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के लुमडिंग डिवीजन के तहत न्यू हाफलोंग-जटिंगा लामपुर सेक्शन और डिटोकचेरा यार्ड के बीच जलभराव को देखते हुए कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। साथ ही उनके समय में बदलाव किया गया। आपदा प्रबंधन और पुलिस अधिकारियों ने कहा कि आइजोल में मेलथुम और हिलीमेन के बीच खदान स्थल से अब तक 21 शव बरामद किए गए हैं, जबकि कई अन्य अभी भी सुबह ढहने के बाद मलबे में फंसे हुए हैं। जिले के सलेम, ऐबॉक, लुंगसेई, केल्सिह और फल्कन में भूस्खलन की घटनाओं के बाद छह लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लापता हैं।

राज्य के विभिन्न हिस्सों में 40 से अधिक घर क्षतिग्रस्त

नगालैंड में अलग-अलग घटनाओं (Cyclone Remal) में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई जबकि राज्य के विभिन्न हिस्सों में 40 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं, असम में कामरूप, कामरूप (मेट्रो) और मोरीगांव जिलों में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि 17 अन्य घायल हो गए। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुसार, सोनितपुर जिले के ढेकियाजुली में एक स्कूल बस पर पेड़ की टहनी गिर गई, जिससे 12 छात्र घायल हो गए।

CM हिमंत बिस्वा सरमा ने व्यक्त किया दुख

मोरीगांव में अलग-अलग घटनाओं में पांच अन्य घायल हो गए। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने जानमाल के नुकसान पर दुख व्यक्त किया। लगातार बारिश के कारण 17 गांवों में बड़ी संख्या में घर क्षतिग्रस्त हो गए। त्रिपुरा में पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के अधिकांश हिस्सों में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई, जिससे 470 घर क्षतिग्रस्त हो गए और 750 लोगों को विभिन्न जिलों में 15 राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। अरुणाचल प्रदेश में भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अत्यधिक भारी बारिश के पूर्वानुमान के साथ हाई अलर्ट जारी किया है। मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने लोगों से सभी एहतियाती उपाय करने और संवेदनशील और सुनसान जगहों पर जाने से बचने का अनुरोध किया है।