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स्ट्रांग रूम में कैद हुईं ईवीएम, तीन दिसंबर को खुलेंगे ताले, कांग्रेस ने मांगी CCTV कैमरों की लाइव लिंक

By: Ramakant Shukla | Created At: 19 November 2023 01:53 AM


मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद देर रात सभी जिलों में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन स्ट्रांग रूम में जमा की गईं। इन्हें तीन दिसंबर को मतगणना से पूर्व अभ्यर्थियों की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम से बाहर निकाला जाएगा। स्ट्रांग रूम पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी लगाने के साथ सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन को ज्ञापन देकर स्ट्रांग रूम में लगे कैमरों की लिंक प्रत्याशी को उपलब्ध कराने की मांग की है।

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मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद देर रात सभी जिलों में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन स्ट्रांग रूम में जमा की गईं। इन्हें तीन दिसंबर को मतगणना से पूर्व अभ्यर्थियों की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम से बाहर निकाला जाएगा। स्ट्रांग रूम पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी लगाने के साथ सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन को ज्ञापन देकर स्ट्रांग रूम में लगे कैमरों की लिंक प्रत्याशी को उपलब्ध कराने की मांग की है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन स्ट्रांग रूम में जमा हो चुकी हैं। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। बिना अनुमति कोई भी स्ट्रांग रूम में प्रवेश नहीं कर सकता है। यदि किसी कारण से प्रवेश करना आवश्यक है तो राजनीतिक दल और अभ्यर्थियों को पूर्व सूचना दी जाएगी। पारदर्शिता के लिए पूरी वीडियोग्राफी कराई जाएगी।

कांग्रेस ने सीसीटीवी कैमरों की लाइव लिंक प्रत्याशियों को देने की मांग की

वहीं, प्रदेश कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और जेपी धनोपिया की अगुआई में शनिवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मिला। कहा कि स्ट्रांग रूम में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, पर रिकार्डिंग होने की जानकारी भी नहीं दी गई है। स्ट्रांग रूम में रखी मशीनों की देखरेख करने की जिम्मेदारी एवं अधिकार प्रत्याशी का भी है, इसलिए लिंक दी जाए ताकि वे लगातार नजर रख सकें। कांग्रेस ने यह भी कहा है कि मतदान प्रक्रिया में लगे अतिथि शिक्षक, पुलिस कर्मी सहित वे कर्मचारी, जिन्हें मतदान करने का अवसर नहीं मिल पाया और उन्हें डाक मतपत्र भी नहीं दिए गए। ऐसे कर्मचारियों की संख्या हजारों में है, इसलिए उन्हें डाक मतपत्र जारी कर मतदान का अवसर प्रदान किया जाए।