H

अखिलेश यादव के बाद नीतीश कुमार ने I.N.D.I.A. में कांग्रेस की भूमिका पर उठाए सवाल, पार्टी बोली- 5 राज्य भी महत्वपूर्ण

By: Ramakant Shukla | Created At: 03 November 2023 07:19 AM


बीजेपी के खिलाफ एकजुट हुए विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में एक नया विवाद शुरू हो गया है। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बाद गठबंधन के प्रमुख चेहरे बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कांग्रेस पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में ज्यादा दिलचस्पी है। नीतीश कुमार का ये बयान ऐसे समय आया जब मध्य प्रदेश में विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में शामिल दल आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी, जेडीयू ने कई सीटों पर उम्मीदवारे उतारे हैं। अखिलेश यादव ने तो हाल ही में कहा भी कि यूपी में भी यही होगा।

banner
बीजेपी के खिलाफ एकजुट हुए विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में एक नया विवाद शुरू हो गया है। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बाद गठबंधन के प्रमुख चेहरे बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कांग्रेस पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में ज्यादा दिलचस्पी है। नीतीश कुमार का ये बयान ऐसे समय आया जब मध्य प्रदेश में विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में शामिल दल आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी, जेडीयू ने कई सीटों पर उम्मीदवारे उतारे हैं। अखिलेश यादव ने तो हाल ही में कहा भी कि यूपी में भी यही होगा। जनता दल यूनाइटेड के नेता नीतीश कुमार ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई ) की ओर से आयोजित बीजेपी हटाओ देश बचाओ रैली में कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) से ज्यादा कांग्रेस का ध्यान आगामी पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में है। नवंबर की अलग-अलग तारीखों में मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव है। इसका परिणाम तीन दिसंबर को आएगा।

नीतीश कुमार ने क्या कहा?

नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘अभी तो काम ज्यादा नहीं हो रहा है, पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं। कांग्रेस पार्टी को तो उसी में ज्यादा दिलचस्पी है। कांग्रेस पार्टी को आगे रखकर इसे ('इंडिया' गठबंधन को) बढ़ाने के लिए हम सब एकजुट होकर काम कर रहे थे, लेकिन उनको इन सबकी चिंता नहीं है। अभी पांच राज्यों के चुनाव में लगे हुए हैं. चुनाव हो जाएगा तो अपने आप सबको बुलाएंगे. अभी तो चर्चा नहीं हो रही है।

कांग्रेस ने क्या कहा?

नीतीश कुमार के बयान पर बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि मैंने सुना है। इससे तो ये ही लगता है वो (नीतीश कुमार) चाहते हैं कि मोदी सरकार को जल्द से जल्द हटाए जाए। सही समय आने यानी चुनाव आने पर मोदी सरकार को हटाया जाएगा। उनका (नीतीश कुमार) का कहना था कि कांग्रेस राज्यों के चुनाव में बिजी है। ऐसे में इसके बाद कांग्रेस बैठक बुलाएगी। सिंह ने कहा, ''इससे पहले भी सदाकत आशाराम (पटना में कांग्रेस कार्यालय) में लालू प्रसाद (आरजेडी अध्यक्ष) आए थे और कहा था कि इंडिया ब्लॉक की पहली रैली पटना के गांधी मैदान में होगी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यही कहा है कि जो दल एक साथ आए हैं, उन्हें अधिक सक्रिय होना चाहिए। उन्होंने जो कहा उसमें कुछ भी गलत नहीं है। मेरा मानना है कि राज्यों से देश बनता है। इस कारण पांच राज्य के चुनाव भी महत्वपूर्ण हैं।

अखिलेश यादव ने क्या कहा?

मध्य प्रदेश की चुनाव मैदान में उतरी सपा के चीफ अखिलेश यादव ने हाल ही कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के साथ मीटिंग हुई। उन्होंने इस दौरान छह सीटें देने का वादा किया, लेकिन लिस्ट निकाल दी। मुझे पता होता कि लोकसभा के लिए गठबंधन हुआ तो मैं बैठक ही नहीं जाता। ऐसा है तो हम भी यूपी के चुनाव में इसे याद रखेंगे। अखिलेश यादव ने सपा कार्यकारिणी की बैठक में बुधवार (एक नवंबर) को कहा कि हम सहयोगी दलों को यूपी की 80 लोकसभा सीटों में 15 सीटें देंगे। बता दें कि यूपी में कांग्रेस और आरएलडी दोनों ही पार्टी लोकसभा चुनाव लड़ती आई है और ज्यादा से ज्यादा सीटें लेने की कोशिश में है। आरएलडी भी इंडिया गठबंधन में शामिल है।

उमर अब्दुल्ला क्या बोले?

जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि गठबंधन की स्थिति सही नहीं है। उन्होंने कहा, '' अफसोस की बात है कि गठबंधन इंडिया की हालत पतली है। थोड़े अंदरूनी झगड़े देखने को मिल रहे हैं जो कि नहीं होने चाहिए। चुनावी राज्य में ये सब खासकर हो रहा है। पिछले दिनों समाजवार्दी पार्टी और कांग्रेस में लड़ाई सामने आई। ये गठबंधन के लिए सही नहीं है। शायद विधासभा चुनाव के बाद मीटिंग हो. बैठकर कोशिश करेंगे कि मिलकर काम करें।

I.N.D.I.A के सामने क्या चुनौती है?

विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की तीन बैठक हो चुकी है। पहली मीटिंग बिहार के पटना में हुई तो दूसरी बेंगलुरु में हुई. वहीं मुंबई में गठबंधन की आखिरी बैठक 31 अगस्त और एक सितंबर को हुई थी। इसमें समन्वय समिति बनाने का फैसला लिया गया. इसके बाद दिल्ली में समन्वय समिति की बैठक हुई। हालांकि इसके बाद इंडिया गठबंधन ने एकजुटता की तो बात दोहराई, लेकिन कोई खास फैसले नहीं लिए हैं। इस गठबंधन के सामने सबसे बड़ी चुनौती सीट बंटवारा करना है। बता दें कि मुंबई में हुई इंडिया गठबंधन की तीसरी बैठके के बाद 5 सितंबर को दिल्ली में कैंपने कमेटी की पहली भी बैठक हुई। इसमें चार शहरों में रैली करने पर सहमति हुई. फिर 12 सितंबर को कमेटी की दूसरी मीटिंग होनी थी, लेकिन टल गई। इसके अलावा 2 अक्टूबर को विजन डॉक्यूमेंट आने की संभावना थी, लेकिन आया नहीं। आने वाले दिनों में ही पता लगेगा कि विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की चुनौती खत्म होती या नहीं।