नातिन की तबीयत बिगड़ी तो नहीं मिला इलाज, सरकार पर भड़के कर्नाटक के राज्यपाल
By: Sanjay Purohit | Created At: 30 March 2024 07:05 AM
मध्यप्रदेश आए कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत की नातिन की तबीयत बिगड़ी, एंबुलेंस में नहीं था कोई डॉक्टर, कलेक्टर को लगाया फोन । प्रोटोकॉल अधिकारी प्रवीण साँखला निलंबित
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कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत के काफिले में बड़ी चूक उजागर हो गई। गहलोत अपने परिवार के साथ खंडवा जिले के ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग दर्शन करने गए थे। तभी रास्ते में गहलोत की नातिन की तबीयत अचानक बिगड़ गई, तभी काफिले में मौजूद एंबुलेंस की मदद ली गई, लेकिन उसमें कोई डॉक्टर नहीं था और न ही ऑक्सीजन सिलेंडर था। एंबुलेंस काफिले में खाली ही दौड़ रही थी। इस बात से राज्यपाल गहलोत भड़क गए और उन्होंने इंदौर कलेक्टर को फटकारा। इसके बाद जिला प्रशासन से लेकर सीएम हाउस तक हड़कंप मच गया। इसके बाद राज्यपाल के प्रोटोकाल अधिकारी प्रवीण सांखला को सस्पेंड कर दिया गया।
राज्यपाल बोले- नातिन की जगह मैं होता तो?
कर्नाटक के राज्यपाल इस घटना के बाद काफी भड़क गए थे। उन्होंने पुलिस और प्रशासनिक अफसरों को जमकर फटकार लगाई। इसके बाद मामले में जिम्मेदार व्यक्ति का पता लगाने को कहा गया। राज्यपाल ने कलेक्टर को फोन पर यहां तक कह दिया कि मिस्टर कलेक्टर, यदि नातिन की जगह मैं होता तो आपकी व्यवस्था मेरी जान बचा सकती थी क्या? अच्छा रहा, नातिन की तबीयत संभल गई।
कलेक्टर ने इसलिए किया निलंबित
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि राज्यपाल थावरचंद गहलोत की नातिन की तबीयत बिल्कुल ठीक है। जब कारकेट में उनकी नातिन की तबीयत खराब हुई तो उसी वक्त एंबुलेंस में कोई डॉक्टर नहीं था, जिसके कारण कार्रवाई की गई। नातिन को तुरंत इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। अब उनकी तबीयत ठीक है। आशीष सिंह ने कहा कि एंबुलेंस में डॉक्टर नहीं होने के कारण प्रोटोकाल अधिकारी प्रवीण सांखला को निलंबित कर दिया गया है।