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केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कर दिया बड़ा ऐलान, कहा - लोकसभा चुनाव से पहले CAA लागू कर देंगे

By: Durgesh Vishwakarma | Created At: 10 February 2024 08:00 AM


केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि, दिसंबर 2019 में संसद द्वारा पारित नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को आगामी लोकसभा चुनाव से पहले अधिसूचित और लागू कर दिया जाएगा।

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केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि, दिसंबर 2019 में संसद द्वारा पारित नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को आगामी लोकसभा चुनाव से पहले अधिसूचित और लागू कर दिया जाएगा। शाह ने आगे कहा कि, CAA देश का एक अधिनियम है, इसे निश्चित रूप से अधिसूचित किया जाएगा। चुनाव से पहले इसकी अधिसूचना जारी कर दी जायेगी। उन्होंने इस दौरान यह भी कहा कि, CAA को चुनावों द्वारा लागू किया जाएगा और इसे लेकर कोई भ्रम नहीं होना चाहिए।

CAA कांग्रेस सरकार का वादा था

बीजेपी नेता अमित शाह ने कहा कि, CAA कांग्रेस सरकार का वादा था। जब देश का विभाजन हुआ और उन देशों में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हुआ तो कांग्रेस ने शरणार्थियों को आश्वासन दिया था कि भारत में उनका स्वागत है और उन्हें भारतीय नागरिकता प्रदान की जायेगी। अब वे पीछे हट रहे हैं।

CAA किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं

अमित शाह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि, CAA नागरिकता देने के लिए लाया गया है, किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं। उन्होंने आगे कहा कि, हमारे देश में अल्पसंख्यकों और विशेष रूप से हमारे मुस्लिम समुदाय को उकसाया जा रहा है। CAA किसी की नागरिकता नहीं छीन सकता क्योंकि कानून में इसका कोई प्रावधान नहीं है। बीजेपी नेता ने इस दौरान कहा कि, CAA बांग्लादेश और पाकिस्तान में प्रताड़ित शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान करने वाला अधिनियम है।

CAA का उद्देश्य हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाइयों को भारतीय नागरिकता देना हैं

उन्होंने कहा कि, मोदी सरकार द्वारा पेश किए गए CAA का उद्देश्य हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाइयों सहित सताए गए गैर-मुस्लिम प्रवासियों को भारतीय नागरिकता प्रदान करना है, जो 31 दिसंबर 2014 से पहले धार्मिक प्रताड़ना के चलते बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से पलायन कर पहले भारत चले आए थे। वहीं आगे अपने इस संबोधन में अमित शाह ने कहा कि, दिसंबर 2019 में संसद द्वारा CAA के पारित होने और उसके बाद राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद, देश के विभिन्न हिस्सों में महत्वपूर्ण विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।