मध्य प्रदेश में बुधवार (1 नवंबर) को एक पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल रहा है। जिसमें यह कहा गया कि छठ पर्व होने की वजह से 17 नवंबर को होने वाले चुनाव को आगे बढ़ा दिया गया है। जैसे ही यह पत्र वायरल हुआ, वैसे ही राजनीतिक पार्टियों के साथ-साथ आम लोगों में भी चर्चा का दौर चल पड़ा।
आज नामांकन वापसी लेने की अंतिम तारिख
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर पूरा कार्यक्रम निर्वाचन आयोग ने पहले ही जारी कर दिया है। मध्य प्रदेश में 2 नवंबर तक नामांकन वापसी की अंतिम तारीख है। इसके बाद 17 नवंबर को चुनाव होना है। मतदान की मतगणना 3 दिसंबर को होगी। इस पूरे कार्यक्रम के बीच सोशल मीडिया पर एक पत्र जारी वायरल हो रहा है। जिसमें कहा जा रहा है कि चुनाव की तारीख को आगे बढ़ा दिया गया है। इस मामले में जब देवास कलेक्टर और निर्वाचन अधिकारी ऋषव गुप्ता से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि यह पत्र पूरी तरह फर्जी है।
जिला निर्वाचन अधिकारियों ने की ये अपील
इसी प्रकार उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने भी वायरल पत्र को फेक और गलत बताया है। मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को ही मतदान होना है। इस वायरल पत्र को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारियों ने यह भी अपील की है कि मतदान संबंधी इस फर्जी पत्र को लोग सोशल मीडिया पर वायरल ना करें। जिससे और अधिक भ्रम की स्थिति पैदा ना हो।
5 करोड़ 60 लाख से ज्यादा मतदाता करेंगे मतदान
मध्य प्रदेश की विधानसभा चुनाव में 5 करोड़ 60 लाख 60 हजार 925 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। निर्वाचन आयोग द्वारा अधिक से अधिक मतदान को लेकर लगातार प्रचार प्रसार किया जा रहा है। इस बार बुजुर्ग मतदाताओं (80 वर्ष से अधिक) को मतदान को लेकर आयोग की ओर से विशेष सुविधा दी गई है. इसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या दो करोड़ 81 लाख 26 हजार 191 है। महिला मतदाताओं की संख्या दो करोड़ 62 लाख 49 हजार 578 है, जबकि 1326 थर्ड जेंडर मतदाता हैं।
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