ढाका: बांग्लादेश के विदेश मंत्री हसन महमूद ने बताया कि भारत ने बांग्लादेश में सीमा पार तीस्ता नदी पर एक जलाशय के निर्माण के लिए सहयोग देने की पेशकश की है। बांग्लादेश के दौरे पर आए विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने प्रधानमंत्री शेख हसीना और हसन से मुलाकात की, जिसके बाद बांग्लादेशी मंत्री ने यह जानकारी दी। तीस्ता जल का बंटवारा भारत और बांग्लादेश के बीच एक विवादास्पद मुद्दा है और मुख्य रूप से इसी कारण बांग्लादेश ने जलाशय के निर्माण की पहल की और चीन ने इस परियोजना का समर्थन करने की तुरंत इच्छा जताई।
महमूद ने क्वात्रा से मिलने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘आप जानते हैं कि हमने तीस्ता से जुड़ी एक बड़ी परियोजना शुरू की है। भारत उसका वित्त-पोषण करना चाहता है। हमने कहा कि परियोजना हमारी जरूरतों के अनुरूप होनी चाहिए, इसे हमारी जरूरतों को पूरा करना होगा।'' बहरहाल, मंत्री ने भारत के प्रस्ताव के बारे में विस्तार से नहीं बताया। बांग्लादेश ने कुछ महीने पहले कहा था कि वह भारत से बांग्लादेश में प्रवेश करने वाली तीस्ता पर जलाशय बनाने के चीनी प्रस्ताव से जुड़ी ‘‘भू-राजनीति'' पर गौर करेगा। क्वात्रा ने दिन में पहले प्रधानमंत्री हसीना से भी मुलाकात की थी, लेकिन इस बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया। बहरहाल, सूत्रों ने बताया कि क्वात्रा ने प्रधानमंत्री को नयी दिल्ली आने के लिए आमंत्रित किया, जो उनकी सत्तारूढ़ अवामी लीग पार्टी के सात जनवरी को लगातार रिकॉर्ड चौथी बार सत्ता में लौटने के बाद उनकी पहली भारत यात्रा होगी।