कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बेल्जियम के ब्रसेल्स प्रेस क्लब में अंतरराष्ट्रीय मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "जी-20 बातचीत के लिहाज से बेहद अहम है। भारत इसकी मेजबानी कर रहा है ये गर्व की बात है।" इस दौरान उन्होंने मल्लिकार्जुन खरगे को जी20 की मीटिंग में नहीं बुलाने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "ये बताता है कि आप देश की 60 फीसदी जनता के नेता को तवज्जो नहीं देते।"
देश के लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला किया जा रहा है
राहुल गांधी ने कहा, "भारत में लोकतंत्र को लेकर जो हो रहा है वो बेहद गंभीर है। देश के लोकतांत्रिक ढांचे पर उन लोगों के जरिए हमला किया जा रहा है, जो भारत को चला रहे हैं।" जम्मू कश्मीर की बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा, "370 पर हमारा स्टैंड क्लियर है। ये सीडब्ल्यूसी में पास किए गए प्रस्ताव में साफ है।"
‘बीजेपी चाहती है कि पैसे और पावर केंद्रित हो’
राहुल गांधी ने कहा, "हम इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि देश के हर एक आदमी के पास अपनी आवाज है और उसके पास इसकी अभिव्यक्ति का अधिकार होना चाहिए। हम ये मानते हैं कि कश्मीर का विकास हो, कश्मीर आगे बढ़े और वहां शांति हो।" राहुल गांधी बोले, "हमारे देश की प्रकृति में बदलाव की कोशिश की जा रही है। अल्पसंख्यकों में शामिल दलित, ट्राइबल और पिछड़ी जातियों पर हमले हो रहे हैं। बीजेपी चाहती है कि पैसे और पावर केंद्रित हो।"
ओस्लो विश्वविद्यालय में बैठक में हिस्सा लेंगे राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यूरोप के तीन देशों के अपने दौरे की शुरुआत बृहस्पतिवार को ब्रसेल्स में यूरोपीय संसद के कुछ सदस्यों के साथ एक मीटिंग के जरिए की। राहुल गांधी 11 सितंबर को नॉर्वे जाएंगे, जहां वह राजधानी ओस्लो में सांसदों से मुलाकात करेंगे। वह अनिवासी भारतीयों से भी मिलेंगे और ओस्लो विश्वविद्यालय में एक बैठक में हिस्सा लेंगे। राहुल गांधी का जी-20 शिखर सम्मेलन के समापन के एक दिन बाद 12 सितंबर की रात स्वदेश लौटने का कार्यक्रम है।
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