Raksha Bandhan NEWS: भस्म आरती के बाद बाबा महाकाल को बांधी गई राखी
By: Durgesh Vishwakarma | Created At: 30 August 2023 10:55 AM
30 अगस्त को भद्रा के कारण दिनभर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त नहीं है लेकिन 30 अगस्त को भद्रा समाप्त होने के बाद रात 9 बजे से लेकर 31 अगस्त की सुबह 7:02 मिनट के बीच राखी बांध सकते हैं।

रक्षाबंधन के त्योहार पर बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं तो वहीं इसके बदले में भाई उन्हें तोहफा देते हैं। आज यानी 30 अगस्त को भद्रा के कारण दिनभर राखी बांधने का शुभ मुहूर्त नहीं है लेकिन 30 अगस्त को भद्रा समाप्त होने के बाद रात 9 बजे से लेकर 31 अगस्त की सुबह 7:02 मिनट के बीच राखी बांध सकते हैं। आज देशभर में भाई-बहन के पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन का पर्व बड़ी ही धूम-धाम से मानाया जा रहा हैं। इस मौके पर मौके पर सबसे पहले बाबा महाकाल की भस्म आरती गई बाद में बाबा को राखी बांधी गई। वही इस मौके पर पुजारी परिवार द्वारा भगवान महाकाल को सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाया गया।
महाकालेश्वर मंदिर सबसे पहले मनाया जाता है हर त्यौहार
आपको बता दें कि, भारत में मनाये जाने वाला हर त्योहार उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में सबसे पहले मनाये जाने की परंपरा है। इसी परंपरा के चलते आज रात्रि को 2:30 बजे मंदिर के पट खुलने के बाद भस्म आरती के पहले बाबा महाकाल को जल से स्नान कराकर पंचामृत अभिषेक हुआ जिसमें दूध, दही, शहद और फलों के रस से भगवान का अभिषेक किया गया। तत्पश्चात भगवान का भांग, चंदन और सुखे मेवे से आकर्षक श्रृंगार कर भोलेनाथ को वस्त्र धारण कराए गये।
राजाधिराज भोलेनाथ को बांधी गई राखी
इसके बाद बाबा महाकाल को भस्म रमा कर ढोल मंजीरो और नगाड़ों से भस्म आरती की गई। आरती के बाद राजाधिराज भोलेनाथ को सबसे पहले राखी बांधी गई। इस पवित्र मौके पर बाबा महाकाल को पुजारी परिवार की ओर से सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाया गया। जिसका हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ लिया। पंडित यश गुरु ने बताया कि यह परंपरा सालों से चली आ रही है।