अयोध्या में रामलला के सम्मुख श्रद्धावनत होगा संपूर्ण भारत, PM Modi इस दिन करेंगे गर्भगृह में स्थापित
By: payal trivedi | Created At: 19 September 2023 01:35 PM
रामलला के सम्मुख संपूर्ण देश श्रद्धावनत होगा। इसके लिए नवनिर्मित गर्भगृह में रामलला (PM Modi) के विराजमान होने की प्रतीक्षा करनी होगी। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान अगले वर्ष 15 से 24 जनवरी तक प्रस्तावित है और इस अनुष्ठान का शिखर 22 जनवरी को परिभाषित होगा, जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गर्भगृह में रामलला को स्थापित करेंगे।

अयोध्या: रामलला के सम्मुख संपूर्ण देश श्रद्धावनत होगा। इसके लिए नवनिर्मित गर्भगृह में रामलला (PM Modi) के विराजमान होने की प्रतीक्षा करनी होगी। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान अगले वर्ष 15 से 24 जनवरी तक प्रस्तावित है और इस अनुष्ठान का शिखर 22 जनवरी को परिभाषित होगा, जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गर्भगृह में रामलला को स्थापित करेंगे। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से रामलला की स्थापना के मुख्य समारोह में प्रधानमंत्री के अतिरिक्त पांच हजार चुनिंदा श्रद्धालुओं को आमंत्रित किया गया है।
स्थापना में 5 हजार लोगों को मिलेगी अनुमति
प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था के अति विशिष्ट मानक को देखते हुए भले ही रामलला की स्थापना के समय पांच हजार लोगों की उपस्थिति को स्वीकृति दी गई हो, किंतु अगले दिन से ही रामलला के प्रति अगाध आस्था के अनुरूप अपार श्रद्धालुओं के उमड़ने का अनुमान है। इस क्रम में न केवल राम भक्तों की स्वत:स्फूर्त पांत रामलला की ओर उन्मुख होगी, बल्कि रामलला से जुड़ी भावनाओं का संवहन करती हुई विहिप संगठित अभियान के तहत श्रद्धालुओं को रामलला का दर्शन कराएगी।
40 दिन तक चलेगा अभियान
विहिप का यह अभियान राष्ट्रव्यापी होगा। रामलला (PM Modi) की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 24 जनवरी तक संयोजित है। समझा जाता है कि इसी के अगले दिन से विहिप के राम दर्शन अभियान का आरंभ होगा। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य एवं विहिप के केंद्रीय उपाध्यक्ष कामेश्वर चौपाल के अनुसार यह अभियान 40 दिन तक चलेगा और इन चालीस दिनों के दौरान विहिप की किसी न किसी प्रांतीय इकाई के आह्वान पर प्रत्येक दिन संबंधित प्रांत से जुड़े 25 हजार रामभक्त रामलला का दर्शन करेंगे।
कई श्रद्धालुओं के उमड़ने की संभावना
देश में यूं तो 28 राज्य और आठ केंद्र शासित प्रदेश हैं, किंतु सांगठनिक विस्तार की दृष्टि से देश में विहिप की 44 प्रांतीय इकाइयां हैं। 40 दिनों के राम दर्शन अभियान में इन सभी प्रांतीय इकाइयों का प्रतिनिधित्व होगा। 44 इकाइयों के हिसाब से 40 दिवसीय अभियान में दो-चार ऐसे भी दिन होंगे, जब रामलला के दर्शन में एकाधिक प्रांतीय इकाइयों का प्रतिनिधित्व होगा। यद्यपि नवनिर्मित मंदिर के मूल गर्भगृह में स्थापित होने के बाद रामलला के दर्शनार्थ उमड़ने वाले श्रद्धालुओं की संख्या मात्र 25 हजार पर ही थमने वाली नहीं होगी।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के वर्ष में एक लाख भक्त हर रोज करेंगे दर्शन
दर्शनार्थियों के नियोजन-प्रबंधन की तैयारी में लगे रामजन्मभूमि (PM Modi) तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सूत्रों का अनुमान है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के वर्ष में रामलला के दर्शनार्थियों की संख्या औसतन एक लाख के आस-पास होगी। यह अनुमान मंदिर निर्माण के रुझान से अनुप्राणित है। जहां नौ नवंबर 2019 को रामलला के पक्ष में सुप्रीमकोर्ट का निर्णय आने के पूर्व तक रामलला के नित्य दर्शनार्थियों की संख्या हजार-दो हजार तक सिमटी रहती थी, वहीं निर्णय आने के बाद से दर्शनार्थियों की संख्या में निरंतर वृद्धि हुई है। इन दिनों मंदिर निर्माण की पूर्व बेला में वैकल्पिक गर्भगृह में विराजे रामलला के नित्य दर्शनार्थियों की संख्या 30 हजार के आस-पास रहती है।