H

Google Earning: फ्री में सर्विस देने के बाद भी गूगल करता है अरबों की कमाई, इस बिजनेस मॉडल पर काम करती है कंपनी

By: payal trivedi | Created At: 04 May 2024 12:48 PM


दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल है और सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाला ब्राउजर क्रोम। जिस किसी के पास भी स्मार्टफोन होता है तो उसमें यह सर्च इंजन जरूर होता है।

bannerAds Img
Tech: दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल है और सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाला ब्राउजर क्रोम। जिस किसी के पास भी स्मार्टफोन होता है तो उसमें यह सर्च इंजन जरूर होता है। इसको इस्तेमाल करने के लिए पैसा नहीं देना होता है। हालांकि ऐसे में आपके जेहन में सवाल आना लाजमी है कि जब Google को इस्तेमाल करने के लिए हम एक भी पैसा नहीं चुकाते हैं तो फिर इससे कंपनी की कमाई कैसे होती है। आज के इस लेख में हम इसी सवाल का आसान भाषा में जवाब जानने की कोशिश करेंगे।

सर्विस फ्री, लेकिन कमाई अरबों में...

भले ही गूगल की अधिकतर सर्विस मुफ्त में इस्तेमाल करने के लिए उपलब्ध हैं। लेकिन बावजूद इसके हर मिनट कंपनी को इससे करोड़ों की कमाई होती है सवाल है कैसे? पल-पल की अपडेट अपने पास रखने वाले गूगल के पास कमाई करने के कई सारे प्रमुख जरिये हैं।

पहला- उसकी कई ऐसी पेड सर्विस हैं जिनके लिए वह यूजर्स से अधिकतर रकम वसूलता है। हालांकि आम यूजर्स का इन फीचर्स से खास ताल्लुक नहीं है।

दूसरा- स्क्रॉलिंग करते वक्त या कुछ पढ़ते वक्त हमारे सामने अनेकों विज्ञापन आते हैं। ऐसे में गूगल इन्हें फ्री में तो दिखाएगा नहीं, तो इसके लिए सर्च इंजन विज्ञापनदाताओं से अच्छी कीमत लेता है।

तीसरा- गूगल की कुल कमाई का अधिकतर हिस्सा गूगल क्लाउड सर्विसेज, प्रीमियम कंटेंट से आता है। इनका सब्सक्रिप्शन लेने के लिए हजारों रुपये चुकाने होते हैं।

यूट्यूब पेड सब्सक्रिप्शन- गूगल की कमाई के प्रमुख जरियों में से एक है यूट्यूब। आप कहेंगे यूट्यूब का इस्तेमाल भी तो फ्री में ही किया जाता है। बिल्कुल सही बात है। लेकिन यूट्यूब पर पेड सब्सक्रिप्शन का विकल्प भी मिलता है। इसमें आप विज्ञापन फ्री कंटेंट कंज्यूम कर सकते हैं और इसके लिए आपको चुकाने होते हैं पैसे। इससे गूगल की कमाई अरबों में होती है। यह निश्चित तो नहीं है पर मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हर मिनट गूगल की 2 करोड़ से अधिक की कमाई होती है। यह आंकड़ा अधिक भी हो सकता है। आखिर में बता दें गूगल की कमाई सबसे ज्यादा सर्च से ही होती है।

यूनिक बिजनेस मॉडल

साल 1998 में Larry Page और Sergey Brin के द्वारा शुरू की यह कंपनी अपने एक अलग बिजनेस मॉडल पर काम करती है, जो दर्शाता कि गूगल के पास कमाई करने के एक नहीं बल्कि, कई सारे रास्ते हैं। कंपनी साल 2004 में आईपीओ लेकर आई थी उस समय इसका भाव 85 डॉलर था, शुरुआती दौर में ही गूगल को इससे अच्छी खासी कमाई हो गई थी।

स्मार्टफोन भी बनाती है कंपनी

गूगल स्मार्टफोन बाजार में भी सक्रिय रूप से काम कर रहा है। कंपनी की पिक्सल सीरीज खूब चर्चित है। कंपनी की पिक्सल सीरीज में एआई फीचर्स भी ऑफर किए जाते हैं।