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उम्मीदों पर खरी नहीं उतर रही मोहन यादव सरकार - कांग्रेस नेता जयवर्धन सिंह

By: Durgesh Vishwakarma | Created At: 05 February 2024 05:49 AM


कांग्रेस नेता जयवर्धन सिंह ने कहा कि, मध्य प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव से राज्य की जनता को काफी उम्मीदें थी, मगर इन उम्मीदों पर शिवराज सिंह की तरह मुख्यमंत्री मोहन यादव भी खरा नहीं उतर पा रहे हैं।

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कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह एमपी की बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। पूर्व मंत्री ने कहा कि, मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव से राज्य की जनता को काफी उम्मीदें थी, मगर इन उम्मीदों पर शिवराज सिंह की तरह मुख्यमंत्री मोहन यादव भी खरा नहीं उतर पा रहे हैं। जयवर्धन सिंह ने प्रदेश की बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, सरकार अभी सिर्फ माइक बंद करवाने और नॉनवेज को पर्दे में ढकवाने के आदेश जारी कर रही है, जबकि बेरोजगार, किसान, युवा और महिलाओं की सरकार से बड़ी उम्मीदें हैं।

मोहन यावद सरकार नहीं किया कोई वादा पूरा

राघोगढ़ विधानसभा से कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने आगे कहा कि, जिस तरह से राज्य में नए सीएम मोहन यादव को कमान सौंपी गई थी, उससे ऐसा लग रहा था कि, कुछ बदलाव जरूर होने वाला है,लेकिन अभी तक जो आदेश जारी हुए हैं, उससे ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा है कि, एमपी में कुछ बदलाव आने वाले समय में भी होने वाला है। पूर्व मंत्री सिंह ने कहा कि, मोहन सरकार सिर्फ उन मुद्दों पर ध्यान भटक रही है, जिससे उन्हें लोकसभा चुनाव 2024 में फायदा हो। जबकि विधानसभा चुनाव निपटने के बाद किसान, बेरोजगार, युवा, महिलाओं को लेकर किए गए कोई वायदे पूरे नहीं किए गए हैं।

जयवर्धन सिंह ने की दिग्विजय सिंह की तारीफ

इसके साथ ही जब पत्रकारों ने जयवर्धन सिंह से सवाल किया कि, दिग्विजय सिंह के कार्यकाल को बीजेपी एमपी का काला अध्याय मानती है। इसके अलावा बीजेपी दिग्विजय सिंह को "मिस्टर बंटाधार" के नाम से भी संबोधित करती है, तो इसके जवाब में जयवर्धन सिंह ने कहा कि, दिग्विजय सिंह के समय जो योजनाएं बनी थी उन्हें पर आज तक अमल हो रहा है। जयवर्धन सिंह ने आगे कहा कि, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह नेएमपी में सड़कों को लेकर जो प्लान बनाया था, इस प्लान पर ही सरकार काम कर रही है। उनके कार्यकाल में उद्योगों का विकास और अन्य कई महत्वपूर्ण योजनाएं क्रियान्वित की गई थी। कांग्रेस नेता ने कहा कि, सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि, उस समय नफरत को लेकर राजनीति नहीं होती थी।