अंतिम दिन 350 से अधिक नामांकन वापस, अब विधायक बनने की रेस में 2500 प्रत्याशी
By: Ramakant Shukla | Created At: 03 November 2023 07:51 AM
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए 21 अक्टूबर से नाम निर्देशन पत्र जमा करने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। 30 अक्टूबर तक नाम निर्देशन पत्र जमा किए गए थे। 31 अक्टूबर को नाम निर्देशन पत्रों की समीक्षा की गई। दो नवंबर को नाम वापस लेने की अंतिम तिथि थी। 17 नवंबर को पूरे प्रदेश में एक ही चरण में मतदान प्रक्रिया संपन्न होगी तथा तीन दिसंबर को मतगणना होगी।

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए 21 अक्टूबर से नाम निर्देशन पत्र जमा करने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। 30 अक्टूबर तक नाम निर्देशन पत्र जमा किए गए थे। 31 अक्टूबर को नाम निर्देशन पत्रों की समीक्षा की गई। दो नवंबर को नाम वापस लेने की अंतिम तिथि थी। 17 नवंबर को पूरे प्रदेश में एक ही चरण में मतदान प्रक्रिया संपन्न होगी तथा तीन दिसंबर को मतगणना होगी।
मध्य क्षेत्र
भोपाल संभाग
भोपाल की हुजूर विधानसभा सीट पर कांग्रेस पूर्व विधायक जितेंद्र डागा ने नामांकन वापस ले लिया है। इसके बाद डागा कांग्रेस प्रत्याशी नरेश ज्ञानचंदानी के साथ उनके चुनाव कार्यालय पहुंचे। यहां नरेश ज्ञानचंदानी भावुक हो गए। जिसके बाद डागा ने उनके आंसू पोछे। पिछले दो दिनों से कांग्रेस के दिग्गज नेता बागी नेताओं को नामांकन वापस लेने के लिए जोर लगाते रहे।
इसमें हुजूर विधानसभा में उनके प्रयास सफल हो गए, लेकिन उत्तर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के बागियों को समझाने के लिए अंतिम समय तक जोर जोर लगाया। इस बीच आमिर अकील और नासिर इस्लाम के नामांकन वापस लेने को लेकर अटकलें लगती रही, लेकिन उन्होंने अपना फॉर्म वापस नहीं लिया। आमिर अकील को हॉकी बॉल चुनाव चिन्ह दिया गया है। यहां पर भाजपा ने पूर्व महापौर आलोक शर्मा को प्रत्याशी बनाया है। आमिर अकील ने कहा कि उनका मुकाबला उनके भजीते से नहीं पूर्व महापौर आलोक शर्मा से है।
नर्मदापुरम संभाग
नर्मदापुरम-
सिवनी मालवा में कांग्रेस से पूर्व विधायक ओमप्रकाश रघुवंशी ने निर्दलीय नामांकन वापस नहीं लिया। ओमप्रकाश पूर्व मंत्री हजारीलाल रघुवंशी के बेटे है।
होशंगाबाद सीट से - भाजपा नेता भगवती प्रसाद चौरे ने निर्दलीय नामांकन वापस नहीं लिया है। भगवती प्रसाद पूर्व जनपद अध्यक्ष रहे हैं।
बैतूल जिला- भैंसदेही विधानसभा सीट से भाजपा नेता डॉ. महेंद्र सिंह चौहान ने निर्दलीय नामांकन भरा था। उन्होंने अपना फॉर्म वरिष्ठ नेताओं के समझाने के बाद वापस ले लिया।
महाकौशल-
नरसिंहपुर जिला- गोटेगांव विधानसभा सीट पर कांग्रेस नेता शेखर चौधरी ने नामांकन फॉर्म वापस नहीं लिया। बता दें शेखर चौधरी को कांग्रेस ने पहले प्रत्याशी बनाया था, लेकिन बाद में उनका नाम काट कर वर्तमान विधायक एनपी प्रजापति को दोबारा प्रत्याशी बना दिया।
जबलपुर जिला-
- बरगी विधानसभा सीट पर कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी आदिवासी नेता मांगीलाल और पूर्व विधायक शोभरन सिंह के बेटे जयकांत सिंह ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया है। यहां पर कांग्रेस ने विधायक संजय यादव को प्रत्याशी बनाया है।
- सीहोरा विधानसभा सीट पर कांग्रेस नेता डॉ. संजीव बरकड़े गोड़वाना गणतंत्र पार्टी से चुनाव लड़ रहे है। यह कांग्रेस से टिकट मांग रहे थे। सीहोरा और पनागर से पूर्व मंत्री कौशल्या गोंटिया ने नामांकन भरा था। उन्होंने अपना फॉर्म वापस ले लिया है। वहीं, सीहोरा से दो बार कांग्रेस प्रत्याशी रह चुकी जमुना मरावी ने अपना नामांकन वापस ले लिया।
- जबलपुर उत्तर मध्य सीट से के भाजपा नेता और नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल ने सीएम के कहने पर वापस ले लिया है।
कटनी जिला
- कटनी जिले की बड़वारा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में फार्म भरने वाले भाजपा सरकार के पूर्व मंत्री और विधायक मोती कश्यप ने नामांकन वापस लिया। वहीं, मुड़वारा विधानसभा सीट से जिला पंचायत उपाध्यक्ष अशोक विश्वकर्मा ने फार्म वापस लिया। यह भाजपा से टिकट मांग रहे थे।
डिंडौरी जिला
- डिंडौरी जिले की शहपुरा सीट से भाजपा से बागी हो नामांकन करने वाले डिंडौरी भाजपा मंडल के महामंत्री मदन सिंह परस्ते ने नामांकन वापस लिया। शहपुरा से कांग्रेस से बागी होकर चुनाव मैदान में उतरे तोप सिंह मरावी ने भी नामांकन वापस लिया।
मंडला जिला
- मंडला सीट से भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक शिवराज शाह और निवास सीट से कांग्रेस पार्टी के भूपेंद्र बरकडे ने अपना नामांकन वापस ले लिया।
बुंदेलखंड
टीकमगढ़ जिला-
टीकमगढ़ सीट यहां भाजपा के पूर्व विधायक केके श्रीवास्तव ने अपना नामांकन वापस नहीं लिया है।
पन्ना जिला-
पन्ना विधानसभा सीट पर कांग्रेस से पूर्व विधायक श्रीकांत द्विवेदी ने निर्दलीय नामांकन फॉर्म भरा था, उन्होंने फॉर्म वापस ले लिया।
छतरपुर जिला-
चंदला विधानसभा सीट से भाजपा वर्तमान विधायक राजेश प्रजापति के टिकट कटने पर आरडी प्रजापति ने निर्दलीय आवेदन फॉर्म भरा था, जिसे वापस ले लिया है।
बिजावर विधानसभा सीट पर पूर्व विधायक रेखा यादव भाजपा से टिकट मांग रही थी। समाजवादी पार्टी ने उन्हें टिकट दे दिया। अब उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया। वहीं, केशु राजा कांग्रेस से बागी निर्दलीय वापस ले लिया।
विंध्य-
रीवा जिला
रीवा की मनगवां सीट से भाजपा विधायक पंचूलाल प्रजापति की पत्नी पन्नाबाई ने अपना नामांकन वापस ले लिया।