अमेठी में इस बार कांटे की टक्कर, आसान नहीं स्मृति ईरानी की राह, जानें क्या कहते हैं समीकरण
By: Ramakant Shukla | Created At: 03 June 2024 06:27 AM
लोकसभा चुनाव के नतीजे मंगलवार को जारी होंगे। वैसे तो उत्तरप्रदेश में 80 लोकसभा सीटें हैं, लेकिन सभी की निगाहें प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीटों में एक अमेठी पर है। यह गांधी परिवार की परंपरागत सीट रही है, हालांकि यह पहली बार है, जब गांधी परिवार का कोई सदस्य अमेठी से चुनाव नहीं लड़ रहा है और कांग्रेस ने केएल शर्मा को यहां से अपना प्रत्याशी बनाया है। शर्मा का मुकाबला भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी से है।
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लोकसभा चुनाव के नतीजे मंगलवार को जारी होंगे। वैसे तो उत्तरप्रदेश में 80 लोकसभा सीटें हैं, लेकिन सभी की निगाहें प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीटों में एक अमेठी पर है। यह गांधी परिवार की परंपरागत सीट रही है, हालांकि यह पहली बार है, जब गांधी परिवार का कोई सदस्य अमेठी से चुनाव नहीं लड़ रहा है और कांग्रेस ने केएल शर्मा को यहां से अपना प्रत्याशी बनाया है। शर्मा का मुकाबला भाजपा प्रत्याशी स्मृति ईरानी से है।
क्या कहते हैं एग्जिट पोल
शनिवार को आए एग्जिट पोल में से अधिकतर अमेठी में भाजपा की जीत बता रहे हैं, यानी स्मृति ईरानी यहां से लगातार दूसरी बार सांसद बन सकती है, हालांकि बावजूद इसके क्षेत्र में कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है।
2014 में हार गई थीं स्मृति ईरानी
साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में अमेठी में स्मृति ईरानी और राहुल गांधी के बीच मुकाबला था, इस चुनाव में स्मृति ईरानी को हार का सामना करना पड़ा। वहीं 2019 में दोबारा दोनों नेता फिर मैदान में आए, इस चुनाव में राहुल गांधी को हार मिली। वहीं इस बार के चुनाव में स्मृति ईरानी और केएल शर्मा के बीच मुकाबला है।