गुजरात के राजकोट में गेमिंग जोन में हुए भीषण अग्निकांड के बाद जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड में है। इस हादसे के बाद भोपाल शहर के अलग-अलग इलाकों और प्रमुख शॉपिंग मॉल में चलने वाले गेमिंग जोन का जायजा लिया। पड़ताल में पता चला कि गेमिंग जोन रंगीन रोशनी और बड़े-बड़े अंधेरे कमरों में संचालित हो रहे हैं। जहां हजारों टन प्लास्टिक के खेल-खिलौने के सिस्टम लगे हैं। बिजली के असंख्य वायर पूरे हॉल में फैले हुए दिखे। फर्श को आरामदायक बनाने के लिए रबर की मेटिंग लगी हैं। दीवारों पर नक्काशी के लिए थर्माकोल और प्लाईवुड, सनमाइका का इस्तेमाल हुआ है। अधिकतर गेमिंग जोन में गैस से चलने वाले प्रेशर बूस्टर स्पोट्र्स एक्टिविटी सिस्टम भी हैं। जो बेहद ज्वलनशील गैस है। किसी भी प्रकार के शॉर्ट सर्किट पर आग बुझाने के लिए गिनती के फायर एक्सटिंग्विशर मौके पर नजर आए। गेमिंग जोन में फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट कहीं नजर नहीं आया। फायर सेफ्टी एक्ट लागू न होने के कारण भोपाल नगर निगम भी इन पर कोई कार्रवाई करने में असर्मथ है।
गेमिंग जोन में जा रहे तो अपनी सुरक्षा का खुद रखें ध्यान
सुनिश्चित करें जगह खुली है या फिर नहीं
आपात स्थिति में क्या मेडिकल सहायता उपलब्ध
पानी और आग बुझाने के इंतजाम हैं कि नहीं
गेम जोन में ज्यादा भीड़ होने पर बाहर निकलने के क्या इंतजाम हैं
गेम जोन में यदि अंडरटेकिंग ली जा रही है तो जांचे कि वहां क्या इमरजेंसी उपाय हैं।