मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी नेताओं की नाराजगी पार्टी को भारी पड़ रही है। इसी को संतुलित करने के लिए अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने नाराज नेताओं को मनाने के साथ ही दिल्ली आने का आमंत्रण भी दिया है। उज्जैन के वरिष्ठ नेता और शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्री रहे पारस जैन को भी अमित शाह ने दिल्ली का निमंत्रण दिया है।
उज्जैन उत्तर से सात बार चुनाव लड़ चुके पारस जैन
उल्लेखनीय है कि उज्जैन उत्तर से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में सात बार पारस जैन चुनाव लड़े, लेकिन इस बार उन्हें टिकट नहीं दिया गया है। पारस जैन ने सात में से छह बार जीत दर्ज की। वो बीजेपी सरकार में 12 साल तक मंत्री भी रहे। इस बार टिकट नहीं मिलने से पूर्व मंत्री पारस जैन नाराज चल रहे थे। उन्होंने पार्टी के लिए अभी तक काम भी शुरू नहीं किया था। इसी के चलते उन्हें भी मानने की कवायद तेज की गई।
पूर्व मंत्री पारस जैन ने कही मन की बात
दोनों के बीच लंबी बातचीत चली, जिसके बाद पूर्व मंत्री जैन की नाराजगी दूर हो गई। उन्हें दिल्ली का निमंत्रण में मिला है। वहीं पूर्व मंत्री पारस जैन ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने विधानसभा चुनाव के बाद उन्हें दिल्ली बुलवाया है। पूर्व मंत्री पारस जैन ने कहा कि वे लगातार 35 साल तक चुनाव लड़ते रहे। भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें घर बैठे टिकट दिया। उन्होंने कभी भी टिकट के लिए दिल्ली या भोपाल में किसी नेता के घर पर दस्तक नहीं दी। उन्हें बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ-साथ संघ का भी आशीर्वाद प्राप्त था।
गृहमंत्री शाह ने पारस जैन से क्या कहा
उन्होंने कहा कि इस बार उन्हें टिकट नहीं दिया गया। इसका उन्हें मलाल नहीं है। उन्हें इस बात का गम है कि टिकट को लेकर उनसे पूछा तक नहीं गया। इसी के चलते वो नाराज चल रहे थे। पूर्व मंत्री पारस जैन ने कहा कि जब उनकी गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात हुई। तो दोनों के बीच लंबी चर्चा हुई। इस दौरान गृहमंत्री ने उन्हें पार्टी का काम करने को कहा। उन्होंने कहा कि वे पार्टी का काम करना शुरू कर चुके हैं।
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