कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने चंद्रयान-3 के सफल लैंडिंग पर दी वैज्ञानिकों को बधाई
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा, ISRO कि आज की उपलब्धि वाकई शानदार है, बेमिसाल है। 1962 के फरवरी महीने में होमी भाभा और विक्रम साराभाई की दूरदर्शिता के कारण INCOSPAR की स्थापना की गई।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा, ISRO कि आज की उपलब्धि वाकई शानदार है, बेमिसाल है। 1962 के फरवरी महीने में होमी भाभा और विक्रम साराभाई की दूरदर्शिता के कारण INCOSPAR की स्थापना की गई। INCOSPAR यानी इंडियन नेशनल कमेटी ऑन स्पेस रिसर्च। इसमें जो पहले चार-पांच व्यक्ति जो शामिल थे, उनमें A.P.J अब्दुल कलाम थे।
बेमिसाल योगदान रहा
इसके बाद में 1969 में, अगस्त महीने में विक्रम साराभाई, जो हमेशा अंतरिक्ष विज्ञान और अंतरिक्ष अनुसंधान को विकास के दृष्टिकोण से देखा करते थे, ने ISRO की स्थापना की। साल 1972 और 1984 के बीच सतीश धवन आए और उन्होंने अद्वितीय नेतृत्व दिखाया। वैज्ञानिक, तकनीकी और मैनेजमेंट के दृष्टिकोण से जो योगदान उनका रहा है, वो बिल्कुल बेमिसाल योगदान रहा है। उनके साथ ब्रह्म प्रकाश जी थे। ब्रह्म प्रकाश एकमात्र ऐसे व्यक्ति रहे हैं, जिन्होंने हमारे परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम और अंतरिक्ष अनुसंधान कार्यक्रम में भी परिवर्तनकारी योगदान दिया है।
एक कलेक्टिव टीम एफर्ट का नतीजा
सतीश धवन के बाद, U.R राव से शुरुआत हुई और कई चेयरमैन आए। उन सभी ने अपना विशेष योगदान दिया ISRO में और हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रमों में। आज हम जो सफलता देख रहे हैं वो एक सामूहिक संकल्प, एक सामूहिक कामकाज है और जो कहते हैं, एक कलेक्टिव टीम एफर्ट का नतीजा है। यह सिस्टम का नतीजा है। एक व्यक्ति का नहीं है। जहां लोग एक टीम वर्क के साथ, एक सामूहिक मानसिकता के साथ काम करते हैं। और पिछले कुछ सालों में ISRO की जो पार्टनरशिप है, जो भागीदारी है अलग-अलग शिक्षा के संस्थान हैं, निजी क्षेत्र की छोटी-छोटी कंपनियां हैं, जिन्हें आज स्टार्टअप्स कहते हैं, उनके साथ जो भागीदारी का कार्यक्रम ISRO की तरफ से हुआ है उसका भी असर हम देख रहे हैं। आज का क्षण हमारे लिए बहुत ही गर्व का क्षण है और हम ISRO को सलामी देते हैं।