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मध्यप्रदेश में अब तापमान के साथ बढ़ेगी उमस, छिटपुट बौछारें भी पड़ने के आसार

By: Ramakant Shukla | Created At: 28 August 2023 03:30 AM


वर्तमान में मध्यप्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। मानसून द्रोणिका भी हिमालय की तलहटी में पहुंच गई है। इस वजह से मानसून की गतिविधियां लगभग थम सी गई हैं। वातावरण में नमी रहने से कहीं-कहीं आंशिक बादल बने हुए हैं। बीच-बीच में धूप निकलने से तापमान के साथ ही उमस भी बढ़ रही है। हवाओं का रुख लगातार पश्चिमी बना रहने से नमी मिल रही है। इस वजह से तापमान में विशेष बढ़ोतरी होने की उम्मीद कम है।

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वर्तमान में मध्यप्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। मानसून द्रोणिका भी हिमालय की तलहटी में पहुंच गई है। इस वजह से मानसून की गतिविधियां लगभग थम सी गई हैं। वातावरण में नमी रहने से कहीं-कहीं आंशिक बादल बने हुए हैं। बीच-बीच में धूप निकलने से तापमान के साथ ही उमस भी बढ़ रही है। हवाओं का रुख लगातार पश्चिमी बना रहने से नमी मिल रही है। इस वजह से तापमान में विशेष बढ़ोतरी होने की उम्मीद कम है। बौछारें भी पड़ सकती हैं साथ ही तापमान बढ़ने पर स्थानीय स्तर पर कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। इसी क्रम में रविवार को सुबह 8:30 से शाम 5:30 बजे तक रायसेन में चार, भोपाल में 2.2, सागर में दो, पचमढ़ी में 0.4 मिलीमीटर वर्षा हुई।

हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात

मानसून द्रोणिका का पश्चिमी छोर हिमालय की तलहटी में पहुंच गया है, जबकि पूर्वी छोर गोरखपुर, दरभंगा से होकर गुजर रहा है। बांग्लादेश में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। एक पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में पाकिस्तान और उससे लगे पंजाब पर बना हुई है।

प्रणालियों का मध्यप्रदेश के मौसम पर कोई असर नहीं

इन मौसम प्रणालियों का मध्यप्रदेश के मौसम पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। इस वजह से मानसून शिथिल पड़ गया है, जिससे पूरे प्रदेश में वर्षा का दौर लगभग थम सा गया है। बीच-बीच में बादल छंटने लगे हैं।

बढ़ने लगा है दिन का तापमान

धूप निकलने से दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। साथ ही वातावरण में कुछ उसम भी बढ़ने लगी है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए अभी एक सप्ताह तक अच्छी वर्षा होने की उम्मीद नहीं है। उधर वर्षा नहीं होने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। विशेषकर धान और सोयाबीन की फसलों पर संकट मंडराने लगा है।