दिल्ली के भारत मंडपम में चल रहा जी-20 शिखर सम्मेलन का पहला सत्र खत्म हो गया है। इस सत्र में कई मुद्दों पर चर्चा की गई साथ ही अफ्रीकन यूनियन को नया सदस्य बनाने की घोषणा भी की गई। इसके बाद अब जी-20 को जी-21 कहा जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर कहा कि वन अर्थ विषय पर जी20 शिखर सम्मेलन के प्रथम सत्र में भाषण दिया। मानव केंद्रित विकास को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया। जिस पर भारतीय संस्कृति ने हमेशा जोर दिया है।
पीएम मोदी ने क्या कहा?
उन्होंने आगे कहा, "यह एक पृथ्वी की भावना का साथ ही है कि भारत ने LiFE मिशन जैसी पहल पर काम किया है, अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष पर जोर दिया है, ग्रीन ग्रिड पहल शुरू की है- एक सूर्य, एक विश्व, एक ग्रिड, प्रयुक्त सौर ऊर्जा, प्राकृतिक खेती और राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन को प्रोत्साहित किया।"
पीएम मोदी ने सभी देशों को दिया ये मंत्र
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “युद्ध ने ट्रस्ट डेफिसिट को और गहरा किया है। हम सब मिलकर ग्लोबल ट्रस्ट डेफिसिट को एक विश्वास और एक भरोसे में बदलें। ये सबको साथ मिलकर चलने का समय है।” उन्होंने सभी देशों को 'सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास' का मंत्र दिया और कहा कि यह हम सब के लिए पथ प्रदर्शक बन सकता है।
60 शहरों में हुईं बैठकें
पीएम मोदी ने कहा, “भारत की जी20 अध्यक्षता देश के भीतर और देश के बाहर समावेशी का सबका साथ का प्रतीक बन गई है। उन्होंने कहा कि करोड़ों लोग जी20 से जुड़े हैं और भारत में यह लोगों का जी 20 बन गया। 60 शहरों में 200 से ज्यादा बैठकें हुईं।”
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