मध्य प्रदेश बीजेपी में असंतोष और बगावत थमने का नाम नहीं ले रहा है। जबलपुर में पार्टी के महानगर अध्यक्ष प्रभात साहू के इस्तीफा के बाद अब नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल ने चुनाव लड़ने की ठानी है। नामांकन जमा करते हुए कमलेश अग्रवाल ने कहा कि जनता की राय पर वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।
बीजेपी के बड़े नेता कर रहे थे टिकट के लिए दावेदारी
धीरज पटेरिया लगातार यह दावा करते रहे कि पार्टी ने उन्हें उत्तर मध्य विधानसभा सीट से टिकट देने का आश्वासन दिया है। इस सीट पर धीरज पटेरिया के अलावा पूर्व मंत्री शरद जैन नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल और पार्टी के महानगर अध्यक्ष प्रभात साहू भी बड़े दावेदारों के रुप में सामने आए थे। अभिलाष पांडे के नाम की घोषणा होते ही यहां पर खुलकर असंतोष सामने आने लगा। धीरज पटेरिया को तो केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से व्यक्तिगत मुलाकात के बाद मना लिया गया। लेकिन इसी विवाद के चलते रविवार (29 अक्टूबर) को पार्टी के महानगर अध्यक्ष प्रभात साहू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
कमलेश अग्रवाल ने दाखिल किया नामांकन
अब उत्तर-मध्य सीट से एक अन्य दावेदार और नगर निगम में बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल ने भी बगावत का बिगुल बजा दिया है। कमलेश अग्रवाल ने सोमवार (30 अक्टूबर) को अपना नामांकन दाखिल करते हुए दावा किया कि पार्टी उन्हें नाम वापसी के पहले एबी फॉर्म दे देगी। यदि इसके बाद भी उन्हें टिकट नहीं मिला तो वह जनता की राय लेकर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरेंगे। कहा जा रहा है कि कमलेश अग्रवाल ने भारतीय जनता पार्टी के अलावा निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर भी अपना नामांकन दाखिल किया है। हालांकि जानकार कहते हैं कि तकनीकी रूप से कमलेश अग्रवाल का भारतीय जनता पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के रूप में जमा नामांकन खारिज हो जाएगा। निर्वाचन आयोग के नियमों के मुताबिक नामांकन पत्र जमा करने की अंतिम तारीख तक एबी फॉर्म भी सबमिट करना अनिवार्य होता है।
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