Rajasthan की रॉयल ट्रेन Palace Of Wheels कम किराए में कराएगी अयोध्या का सफर, यात्रियों को मिलेगी ये जबरदस्त सुविधाएं
राजस्थान की सबसे रॉयल ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स अब अयोध्या की यात्रा भी करवाएगी। दुनिया की दूसरी सबसे लग्जरी ट्रेन का खिताब अपने नाम कर चुकी ट्रेन के रूट में 42 साल बाद बदलाव होने जा रहा है।
Jaipur: राजस्थान की सबसे रॉयल ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स (Palace Of Wheels) अब अयोध्या की यात्रा भी करवाएगी। दुनिया की दूसरी सबसे लग्जरी ट्रेन का खिताब अपने नाम कर चुकी ट्रेन के रूट में 42 साल बाद बदलाव होने जा रहा है। अयोध्या की यात्रा से इसकी शुरुआत होगी। धार्मिक यात्रा के दौरान ट्रेन में नॉनवेज-शराब नहीं मिलेगी। इस रॉयल ट्रेन का नया इंटीरियर, साउंड सिस्टम भी यात्रियों को भक्तिमय माहौल देगा। कई बदलावों के साथ यह शाही ट्रेन मई में अपने पहले धार्मिक रूट के लिए निकलेगी। राजस्थान टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (RTDC) ने इसे गुजरात की एक प्राइवेट कंपनी को संचालन के लिए दिया है।
दिल्ली से लेकर वृंदावन तक की कराएगी सैर
दरअसल, अब तक इस ट्रेन का संचालन आरटीडीसी करता था। पैलेस ऑन व्हील्स (Palace Of Wheels) के डायरेक्टर प्रदीप बोहरा ने बताया कि अब सात साल के लिए इस ट्रेन को निजी हाथ में दिया गया है। गुजरात की क्यूब कंस्ट्रक्शन कंपनी प्राइवेट लिमिटेड इसका संचालन कर रही है। कंपनी पैलेस ऑन व्हील्स से अब धार्मिक यात्रा भी करवाएगी। इसका संचालन मई में शुरू होगा। दिल्ली से 6 दिन की इस धार्मिक यात्रा शुरुआत होगी। पैलेस ऑन व्हील्स दिल्ली से अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज, मथुरा और वृंदावन ले जाएगी।
बिना लहसुन-प्याज का मिलेगा खाना
बोहरा ने बताया कि सामान्य यात्रा के दौरान ट्रेन में नॉनवेज और शराब सर्व जाती है क्योंकि इसमें कई विदेशी और देसी पर्यटक भी रहते हैं। धार्मिक यात्रा के दौरान कंपनी मेन्यू में से नॉनवेज को हटाएगी। यात्रा के दौरान शराब भी नहीं मिलेगी। यात्रियों को मिलने वाले खाने में प्याज और लहसुन भी नहीं होगा। खास बात ये है कि ट्रेन जिन-जिन धार्मिक रूट से गुजरेगी, वहां की राम और कृष्ण धुन सुनाई देगी।
2 महीने तक कराई जाएगी धार्मिक यात्राएं
अब तक आरटीडीसी 8 महीने तक इस ट्रेन का संचालन करता था। जबकि गुजरात की कंपनी अब इसे 12 महीने चलाने की तैयारी कर रही है। इसका जल्दी ही रूट प्लान भी किया जाएगा। अभी 2 महीने तक धार्मिक यात्रा करवाई जाएगी।वहीं, इस बार की धार्मिक यात्रा में लोकल टूरिस्ट को लेकर भी फोकस किया गया है। यानी कोई यात्री केवल अयोध्या या फिर प्रयागराज की ही यात्रा करना चाहता है तो वह भी कर सकेगा और इसके लिए स्पेशल डिस्काउंट भी दिया जा रहा है। इसकी बुकिंग कंपनी ने शुरू कर दी है।
5 करोड़ पर एग्रीमेंट
गुजरात की क्यूब कंस्ट्रक्शन कंपनी ने आरटीडीसी के साथ एग्रीमेंट किया है। वर्तमान में इस ट्रेन के न्यू लुक के लिए 7 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। आरटीडीसी से पैलेस ऑन व्हील्स रन करने के लिए निजी कंपनी ने हर वर्ष 5 करोड़ का एग्रीमेंट किया। इसके साथ ही टोटल टर्न ओवर का 18 प्रतिशत भी आरटीडीसी को मिलेगा। कंपनी ने इसकी जिम्मेदारी भी इस ट्रेन से जुड़े प्रदीप बोहरा को दी है। वे हाल ही में आरटीडीसी के रिटायर्ड हुए थे, जिसके बाद कंपनी ने उन्हें बतौर डायरेक्टर नियुक्त किया। बोहरा ने बताया कि यह पहली बार है कि इस ट्रेन का संचालन कोई निजी कंपनी करेगी।
95 हजार तक होता है किराया
लग्जरी ट्रेन में एक रात का सफर 70 हजार से 95 हजार रुपए तक होता है। इस ट्रेन के सेमी -डीलक्स कोच का किराया 70 हजार है, वहीं डीलक्स कोच का किराया 95 हजार रुपए है। कुल 46 पैसेंजर इस ट्रेन में सफर कर सकते हैं। यह भारत की पहली लग्जरी ट्रेन है, जिसे 26 जनवरी 1982 को शुरू किया गया था। यह ट्रेन अब फोर्थ जेनरेशन में है। यानी चार बार इसका नवीनीकरण हो चुका है। चौथा रिनोवेशन गुजरात की कंपनी ने करवाया है। यह ट्रेन फुल AC और वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस है। इस ट्रेन में AC कोच को सैलून नाम दिया गया है, बैडरुम, लाउंज, पेंट्री, किचन, डाइनिंग कार, वॉल टू वॉल कार्पेटिंग और व्यक्तिगत सेवाओं से लेकर स्टॉक बार जैसी तमाम विश्व स्तरीय सुविधाएं मौजूद हैं।
8 दिन और 7 रातों का ट्रिप
यह राजस्थान की सबसे शाही ट्रेन है। जो पर्यटकों (Palace Of Wheels) को राजस्थान की अलग-अलग जगहों की सैर कराती है। पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन का टूर प्लान 8 दिन और 7 रातों का होता है। ट्रेन दिल्ली से चलकर दूसरे दिन जयपुर, तीसरे दिन सवाईमाधोपुर और चित्तौड़गढ़ ले जाती है, चौथा दिन उदयपुर में, पांचवां दिन जैसलमेर, छठवां दिन जोधपुर में रहता है, सातवां दिन भरतपुर और आगरा के लिए होता है और आठवें दिन ट्रेन वापस दिल्ली पहुंचती है।