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9 सीटों की 23 विधानसभा सीटों पर मतदान बढ़ाने भाजपा ने झोंकी ताकत

By: Ramakant Shukla | Created At: 05 May 2024 04:12 AM


मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान 7 मई को होना है। नौ संसदीय सीटों पर होने वाले मतदान की तैयारियों को लेकर भाजपा और कांग्रेस ने ही पूरी ताकत झोंक दी है। ग्वालियर चंबल सहित इन 9 संसदीय सीटों के अंतर्गत आने वाली 72 विधानसभा सीटों में 23 सीटें भाजपा पांच माह पहले हुए विधानसभा चुनाव 2023 में हार गई थी। अब इन सीटों पर हार के कारणों की समीक्षा कर भाजपा ने नए सिरे से चुनावी जमावट की है।

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मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान 7 मई को होना है। नौ संसदीय सीटों पर होने वाले मतदान की तैयारियों को लेकर भाजपा और कांग्रेस ने ही पूरी ताकत झोंक दी है। ग्वालियर चंबल सहित इन 9 संसदीय सीटों के अंतर्गत आने वाली 72 विधानसभा सीटों में 23 सीटें भाजपा पांच माह पहले हुए विधानसभा चुनाव 2023 में हार गई थी। अब इन सीटों पर हार के कारणों की समीक्षा कर भाजपा ने नए सिरे से चुनावी जमावट की है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुरैना, सागर और हरदा में जनसभा की

ग्वालियर चंबल की इन सीटों का साधने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुरैना, सागर और हरदा में जनसभा की थी। वहीं राजगढ़ में अमित शाह सहित प्रदेश के तमाम बढ़े नेता चुनावी सभा कर चुके हैं। सागर के सिरोंज विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी सभा की है। इन 23 कमजोर कड़ियों को साधने के लिए भाजपा ने बूथ से लेकर लेकर शक्ति केंद्रों तक पार्टी और संगठन के पदाधिकारियों को भी उतार दिया है। भाजपा ने यहां नई रणनीति के तहत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाकर कांग्रेस को कमजोर करने का काम किया है। बता दें कि 2023 के विधानसभा चुनाव में मुरैना में पांच, भिंड में चार, ग्वालियर में चार, गुना में दो, सागर में एक, विदिशा में एक, भोपाल में दो, राजगढ़ में दो, और बैतूल में दो विधानसभा सीट पर कम वोट मिले हैं। हालांकि अनुसूचित जाति की 15 में से छह सीटों पर भाजपा का कमजोर जनाधार रहा तो वहीं एसटी की तीनों सीटें भाजपा जीती है। वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में मुरैना में एक, ग्वालियर में दो, गुना में एक और भोपाल में दो सीटों पर भाजपा का कमजोर जनाधार रहा है।