Rajasthan News: पूर्व विधायक अमीन खान ने CAA को लेकर केंद्र और कांग्रेस सरकार से जाहिर की नाराजगी, मुसलमानों को लेकर कही ये बड़ी बात
शिव मुख्यालय पर सोमवार दोपहर करीब 3 बजे आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में कांग्रेस के सीनियर लीडर और शिव से पूर्व विधायक अमीन खान ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर केंद्र सरकार और कांग्रेस से नाराजगी जाहिर की।
Jaipur: शिव मुख्यालय पर सोमवार दोपहर करीब 3 बजे आयोजित (Rajasthan News) कार्यकर्ता सम्मेलन में कांग्रेस के सीनियर लीडर और शिव से पूर्व विधायक अमीन खान ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर केंद्र सरकार और कांग्रेस से नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने एक बिल पास किया है वो भी मुसलमानों के खिलाफ पास किया है। इसका किसी कांग्रेसी सांसद ने विरोध नहीं किया है। इसलिए हम कांग्रेस से भी नाराज हैं।
'मुसलमानों की हालत दलित से नीची'
अमीन खान ने मुसलमानों को पक्ष रखते हुए कहा कि मुसलमानों की हालत हरिजनों (दलित) से नीची है। चाहे भले कोई माने या नहीं माने। लोकतंत्र का मतलब यह है कि सबको बराबर पर रखो। जाति के हिसाब से रखो। हम भी यहां पर 16 प्रतिशत हैं और अनुसूचित जाति, जनजाति भी 16 प्रतिशत है। इनके 8 हजार सरकारी कर्मचारी हैं। हमारे यहां 200 भी नहीं हैं। यह मुसलमानों के साथ अन्याय है।
'यह किस बात सेकुलरिज्म है'
अमीन खान ने आगे कहा कि- उन्होंने (केंद्र सरकार) यह बिल पास किया है कि अफगानिस्तान, बांग्लादेश, पाकिस्तान से कोई मुसलमान इस देश की धरती पर आएगा तो उसको भारत की नागरिकता नहीं मिलेगी। दूसरी जातियों का कोई भी आएगा, उसको 6 दिन में नागरिकता मिल जाएगी। यह किसी बात की बराबरी है। यह किस बात सेकुलरिज्म है।
'मुसलमान अपने आप में सुखी नहीं है, दुखी है'
यह तय कर लो कि दूसरे देशों से मुसलमानों (Rajasthan News) की आबादी यहां पर आकर ज्यादा न बस जाए तो उसके लिए यह तो करो कि हिंदुस्तान का मर्द है और उसकी औरत पाकिस्तान से लाई गई है तो नागरिकता के लिए रुकावट मत करो। मेरे गांव के पड़ोस में बूठिया गांव है। उसमें एक आदमी पाकिस्तान से शादी करके आया। उसको 24 साल हो गए, अभी तक नागरिकता नहीं मिली है। उसके चार बच्चे हैं। अब उसको वापस पाकिस्तान जाना पड़ेगा। कोई भी आदमी विचार नहीं करता है। मुसलमान अपने आप में सुखी नहीं है। दुखी है।
'अभी अब हम राजनीति तो नहीं करेंगे, लेकिन...'
शिव विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक ने कहा कि मेरे खिलाफ दो जाति वोट देती हैं। अनुसूचित जाति व जनजाति और जाट। 25 साल मैंने यहां पर निकाले हैं। इनमें कोई एक आदमी बता दें कि मैंने उससे एक रुपया लिया हो। एक आदमी बता दे कि उनके गांव में विकास का काम नहीं होने दिया हो। पिछली बार भी मुझे इनके वोट नहीं मिले, लेकिन मैंने इनके दर्जनों गांवों में हायर सेकेंडरी स्कूल खोले हैं। जहां मुझे एक भी वोट नहीं मिला। हमने ईमानदारी से काम किए हैं। अभी अब हम राजनीति तो नहीं करेंगे, लेकिन ईमानदारी से व्यवहार रखेंगे और किसी पर अत्याचार नहीं करेंगे।
कांग्रेस को नसीहत दी- एक हो जाओ
अमीन खान ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भैरोंसिंह शेखावत और दिग्गज नेता तनसिंह हार सकते हैं तो उनसे सब छोटे व हल्के आदमी हैं। उस जमाने में जाट, मुसलमान और मेघवाल कांग्रेस के वोट बैंक माने जाते थे। 99 प्रतिशत वोट कांग्रेस के पक्ष में डाल कर गए, तब वो जीत कर गए। आज वो जमाना आप खुद ने बदल दिया। विधानसभा में हम हारे हैं। लेकिन, बीजेपी ने हमें नहीं हराया है, उसकी तो जमानत जब्त हुई है। हमें कांग्रेस के लोगों ने हराया है, जो खुद को कांग्रेस का धनी कहते हैं। उनका नाम मैं नहीं लेना चाहता हूं। आज मैं इतना कहना चाहता हूं कि आप कांग्रेस के लोग ईमानदारी से कांग्रेस के हो जाओ। तो यह सीट कांग्रेस को ही मिलेगी, बीजेपी चाहे आसमान तक जोर लगा ले। विधानसभा चुनाव में जाति का ग्रुप अलग-अलग चलाया, वैसे चला तो अपन हार जाएंगे।
शिव विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के दो ग्रुप
पूर्व विधायक ने कहा- राजस्थान कांग्रेस (Rajasthan News) में 40-41 कांग्रेस कमेटी हैं। जिला कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष कहीं से भी कांग्रेस के उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ा। बाड़मेर कांग्रेस जिलाध्यक्ष चुनाव लड़ा। आज इस मीटिंग में खुद भी नहीं है और उसका आदमी भी नहीं है। वो मीटिंग अलग बुला रहा है। यहां पर दो ग्रुप कांग्रेस के हैं। ये दो ग्रुप आज नहीं, अगले 40 सालों तक रहेंगे। यहां से मुसलमान विधायक नहीं जीतेगा। मुसलमान दिमाग से बात निकाल ले क्योंकि यहां पर मुसलमान 22 प्रतिशत हैं। 78 प्रतिशत हिंदू हैं। मुसलमान का छोटा ग्रुप भी अलग हो गया तो हिंदू इतने बेवकूफ नहीं हैं कि वोट मुसलमान को डालें। कोई नहीं डालेगा। यह सीट मुसलमान के हाथ से निकल गई। मेरा तो उम्र के लिहाज से भी चुनाव नहीं लड़ना है और न ही लडूंगा।
पूर्व जिलाध्यक्ष फतेह खान को कहा फताराम
अमीन खान ने कहा कि जो अलग मीटिंग बुला रहा है, वो जाटों का आदमी है। इसका नाम फतेह खान नहीं, फताराम है। यह अगर किसी ने नहीं कहा है तो मेरे से पूछ लो। फताराम दो ग्रुप खड़ा करेंगे और शिव विधानसभा सीट के हालात अच्छे नहीं रहेंगे। यहां पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला है निर्दलीय चाहे जीते या हारे, आखिर में बीजेपी ही है। बता दें कि बाड़मेर लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होना तय माना जा रहा है। बीजेपी प्रत्याशी कैलाश चौधरी, कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल और निर्दलीय रविंद्र सिह भाटी फील्ड में ताकत झोंक रहे हैं।