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बोर्ड परीक्षा की शुरुआत के साथ ही सोशल मीडिया में ठगी का सिलसिला शुरू...

By: Richa Gupta | Created At: 05 February 2024 05:23 AM


मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से आज 5 फरवरी 2024 से 10वीं बोर्ड परीक्षाएं शुरु हो गई हैं। बोर्ड परीक्षा की शुरुआत के साथ ही सोशल मीडिया में ठगी का सिलसिला शुरू हो गया है।

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मध्य प्रदेश की बोर्ड परीक्षाएं 5 फरवरी से शुरू हो गईं। इन परीक्षाओं के शुरू होने के साथ ही ठगी का सिलसिला भी शुरू हो गया है। चौंकाने वाले मामले में ठग 350 रुपये में इन परीक्षाओं का पेपर देने का दावा कर रहे हैं। वे टीलेग्राम पर इस तरह का दावा कर रहे हैं। स्टूडेंट्स को फंसाने के लिए टेलीग्राम पर इस तरह के कई ग्रुप बने हैं। इस बीच शिक्षा विभाग और एमपी बोर्ड ने अपील की है कि कोई भी छात्र इस झांसे में न आए। यह सिर्फ प्रलोभन है। इस तरह के मैसेज देखकर स्कूलों के शिक्षकों ने भी छात्रों को इससे दूर रहने की सलाह दी है।

बच्चों को पेपर उपलब्ध कराने का झांसा

सोशल मीडिया साइट्स पर ठग और जाल साज देते रहे हैं बच्चों को पेपर उपलब्ध कराने का झांसा। टीचर्स ने स्टूडेंट्स को सोशल मीडिया के ऐसे प्रलोभनों पर भरोसा न करने की दी हिदायत। परीक्षा शुरू होने से पहले स्टूडेंट को दी गई गाइडलाइंस। टीचर्स और स्कूल शिक्षा विभाग की स्टूडेंट को सलाह। सोशल साइट्स पर आने वाले प्रलोभन, पेपर के ऑफर्स पर भरोसा ना करें।

सोशल साइट्स पर भरोसा ना करें

सीनियर शिक्षिका माया नारोलिया ने बताया। स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने भी यह अपील की है कि बच्चे सोशल साइट्स पर भरोसा ना करें। अपना कॉन्फिडेंस ना खोएं। बच्चों को एग्जाम को लेकर महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए गए हैं। बच्चों को स्ट्रेस मैनेजमेंट को लेकर भी टिप्स दिए गए हैं। बच्चों को स्ट्रेस फ्री करने के लिए एग्जाम से पहले टीचर्स ने बच्चों से मुलाकात की।

पेपर डिस्ट्रीब्यूशन नियम में बदलाव

मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल ने नकल पर रोक लगाने के लिए पेपर डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम में बदलाव किया है। परीक्षा कक्षों तक पेपर पहुंचने की पूरी प्रक्रिया की रियल टाइम मॉनिटरिंग होगी। प्रश्न पत्रों को थाने से परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने की जिम्मेदारी कलेक्टर प्रतिनिधि की होगी। इस बार से प्रश्नपत्र का पैकेट परीक्षा केंद्र में ही खोला जाएगा। इसके साथ ही इस बार से परीक्षा कंट्रोल रूम में लोक शिक्षण संचालनालय के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। इस बार परीक्षा ड्यूटी में तैनात शिक्षक और अधिकारी मोबाइल का प्रयोग नहीं कर सकेंगे। इस बार परीक्षा केंद्राध्यक्ष भी अपने पास मोबाइल नहीं रख सकेंगे। बोर्ड परीक्षाएं सायबर सेल की निगरानी में होगी।