Parliament Special Session के बीच पीएम मोदी ने बुलाई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बड़ी बैठक, विपक्ष ने की ये मांग
संसद के विशेष सत्र के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Parliament Special Session) ने सोमवार (18 सितंबर) शाम को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है।
New Delhi: संसद के विशेष सत्र के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Parliament Special Session) ने सोमवार (18 सितंबर) शाम को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है। समाचार एजेंसी पीटीआई के सूत्रों के मुताबिक यह बैठक विशेष सत्र के बीच आज शाम 6:30 बजे होगी। यह बैठक संसद भवन की एनेक्सी बिल्डिंग में होगी।
क्या होगा बैठक का एजेंडा?
हालांकि, अभी तक बैठक का एजेंडा सामने नहीं आया है। इस बीच सोमवार की सुबह इंडिया गंठबंधन की बैठक करके संसद के पांच दिवसीय सत्र के दौरान पार्टियों के बीच जमीनी स्तर पर समन्वय जारी रखने और मूल्य वृद्धि, बेरोजगारी, मणिपुर हिंसा और सीमा पर चीनी अतिक्रमण के मुद्दों पर सरकार को घेरने का फैसला किया।
विपक्ष करेगा केंद्र पर वार?
विपक्षी गठबंधन इंडिया ने संसद के विशेष सत्र में सरकार पर अदाणी की कंपनियों, किसान संकट, देश में आर्थिक स्थिति और जाति जनगणना से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की अनुमति देने के लिए दबाव डालने का भी फैसला किया। समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि इंडिया गठबंधन ने मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति विधेयक का विरोध करने का फैसला किया है जो पहले ही राज्यसभा में पेश किया जा चुका है।
संसद सत्र से पहले विपक्षी पार्टियों की बैठक
सुबह करीब 10 बजे राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के (Parliament Special Session) कार्यालय में बैठक में शामिल होने वालों में कांग्रेस, टीएमसी, राजद, एनसीपी, वाम दल, जेएमएम, समाजवादी पार्टी, डीएम और वीसीके के नेता शामिल रहे थे। कांग्रेस की पूर्व की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पहले ही प्रधानमंत्री मोदी को संसद के विशेष सत्र के में बिना एजेंडे के बारे में लिखा है और उन मुद्दों की एक लिस्ट का प्रस्ताव दिया है जिन पर वह चर्चा चाहती हैं।
पीएम मोदी ने संसद में क्या कहा?
सोमवार को संसद के विशेष सत्र में पीएम मोदी (Parliament Special Session) ने लोकसभा को संबोधित किया। पुराने संसद से पीएम मोदी ने आखिरी भाषण देते हुए पुराने संसद के इतिहास में घटी महत्वपूर्ण घटनाओं को याद किया। प्रधानमंत्री ने पुराने संसद को याद करते हुए कहा,"हमारे शास्त्रों में माना गया है कि किसी एक स्थान पर अनेक बार जब एक ही लय में उच्चारण होता है तो वह तपोभूमि बन जाता है। नाद की ताकत होती है, जो स्थान को सिद्ध स्थान में परिवर्तित कर देती है।