देश की पहली चिप इस साल के आखिरी तक बनकर तैयार हो जाएगी। यह दावा केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पहली 'Made in India' चिप दिसंबर तक मार्केट में उपलब्ध हो जाएगी। उन्होंने ये बातें 19 मार्च को एक इवेंट में कही। उन्होंने आगे कहा कि भारत अब इलेक्ट्रॉनिक्स हब बन चुका है। यहां से करीब 100 करोड़ डॉलर (8293.84 करोड़ रुपए) के टेलीकॉम इक्विपमेंट निर्यात किए जाते हैं।
चिप कितना अहम है, इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि हर प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट्स जैसे कि स्मार्टफोन, गेमिंग कंसोल और मेडिकल इक्पिमेंट और गाड़ियों इत्यादि में इसका इस्तेमाल होता है। कुछ समय पहले इसी चिप की किल्लत के चलते ही ऑटो सेक्टर को भारी दिक्कतें झेलनी पड़ी थी और कंपनियां गाड़ियों की बुकिंग ऑर्डर नहीं पूरी कर पा रही थीं।
2029 तक पांच सबसे बड़े चिप इकोसिस्टम में होगा भारत
पिछले हफ्ते केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि गुजरात के धोलेरा में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और सीजी पावर के चिप मैनुफैक्चरिंग प्लांट से पहली मेड इन इंडिया चिप 2026 के आखिरी तक मार्केट में आएगी। प्लांट के उद्घाटन के मौके पर उन्होंने कहा था कि धोलेरा से पहली चिप दिसंबर 2026 में निकलकर आएगी। वहीं माइक्रोन के प्लांट से चिप दिसंबर 2024 तक मार्केट में आ जाएगा। उन्होंने दावा किया था कि 2029 के तक भारत दुनिया के पांच सबसे बड़े चिप इकोसिस्टम में शामिल हो जाएगा।