सीएम योगी ने कहा कि, एक देश एक चुनाव आज की जरूरत है। कमेटी के गठन का फैसला स्वागत योग्य है।
केंद्र सरकार ने 18 सिंतबर से लेकर 23 सितंबर तक के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने का ऐलान किया है। इस ऐलान को विपक्ष के नेताओं ने तानाशाही बताते हुए सरकार के इस कदम की आलोचना की है। जानकारी के अनुसार, इस सत्र में सरकार एक देश, एक चुनाव' का बिल पेश कर सकती है।
मोदी सरकार ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ की कवायद में जुट गई है
केंद्र की मोदी सरकार ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ की कवायद में जुट गई है। इसको लेकर बीजेपी सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है।
वहीं अब वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर देश के तमाम नेताओं के बयान भी आने लगे है। इसी क्रम में यूपी के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी बयान दिया है।
एक देश एक चुनाव आज की जरूरत है - सीएम योगी
यूपी के सीएम योगी ने कहा कि, एक देश एक चुनाव आज की जरूरत है। कमेटी के गठन का फैसला स्वागत योग्य है। कमेटी गठन के लिए पीएम मोदी का आभार है। आपको ये भी बता दें कि, देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कमेटी के अध्यक्ष बनाए गए हैं। इसके साथ ही पूर्व CJI और पूर्व CEC सदस्य बनाए जा सकते हैं। पूर्व कैबिनेट सचिव भी कमेटी में सदस्य हो सकते हैं।
यह लोकतंत्र नहीं है - तहसीन पूनावाला
वहीं राजनीतिक विश्लेषक तहसीन पूनावाला ने एक्स पर लिखा कि, अगर वन नेशन वन इलेक्शन लागू होता है, तो यह अलोकतात्रिंक है। उन्होंने लिखा कि, अगर बीजेपी लोकसभा चुनाव के साथ-साथ One Nation One Election को भी अपनाती है और संसद के विशेष सत्र में इस बिल को पेश करती है, तो इसका मतलब है कि, भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम चुनाव टालना चाहती है। यह लोकतंत्र नहीं है।