संसद के विशेष सत्र से पहले BSP चीफ मायावती ने उठाए सवाल, जवानों की शहादत पर की चर्चा की मांग
By: Ramakant Shukla | Created At: 17 September 2023 11:33 AM
बहुजन समाज पार्टी की नेता और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने संसद के विशेष सत्र से पहले अहम टिप्पणी की है। पूर्व राज्यसभा सांसद ने कहा है कि गरीबों के मुद्दों और महंगाई पर इस सत्र में चर्चा होनी चाहिए।

बहुजन समाज पार्टी की नेता और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने संसद के विशेष सत्र से पहले अहम टिप्पणी की है। पूर्व राज्यसभा सांसद ने कहा है कि गरीबों के मुद्दों और महंगाई पर इस सत्र में चर्चा होनी चाहिए।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मायावती ने पोस्ट किया कि नए संसद परिसर में आज ध्वजारोहण तथा कल से वहाँ शुरु हो रहे विशेष सत्र की सभी सांसदों को हार्दिक बधाई। नया संसद भवन लोकतंत्र की मज़बूती व परमपूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के मानवतावदी संविधान के उद्देश्यों को पूरा करने में अहम भूमिका निभाएगा, ऐसी आशा।
उन्होंने लिखा- वैसे कमरतोड़ महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, लाचारी आदि के अभिशप्त जीवन से मुक्ति तथा आन्तरिक व बाहरी सुरक्षा जैसे़ देश व जनहित के ज्वलन्त मुद्दों पर नई संसद का सत्र अगर समर्पित होता है तो लोगों में उम्मीद की किरण जगेगी। कश्मीर में अफसरों/जवानों की शहादत को भी गंभीरता से लेना जरूरी।
इसके अलावा मायावती ने पीएम नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की बधाई दी। मायावती ने विश्वकर्मा दिवस की भी शुभकामनाएं दीं।
विशेष सत्र में क्या होगा?
सोमवार से शुरू हो रहे सत्र को बुलाये जाने के असामान्य समय ने सभी को हैरत में डाल है। हालांकि सत्र के लिए सूचीबद्ध एजेंडे का एक मुख्य विषय संविधान सभा से शुरू हुई संसद की 75 वर्ष की यात्रा पर एक विशेष चर्चा है।
सरकार ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त और अन्य निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति के प्रावधानों वाले विधेयक को भी सत्र में चर्चा एवं पारित कराने के लिए सूचीबद्ध किया है। यह विधेयक पिछले मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में पेश किया गया था।
सरकार को संसद में कुछ नए कानून या अन्य विषय पेश करने का विशेषाधिकार प्राप्त है जो जरूरी नहीं है कि सूचीबद्ध एजेंडे का हिस्सा हो। किसी संभावित नए कानून पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन लोकसभा और राज्य विधानसभाओं जैसी निर्वाचित विधायिकाओं में महिलाओं के लिए आरक्षण सुनिश्चित करने वाले विधेयक के बारे में चर्चा चल रही है।
सत्र को लेकर लगाए जा रहे कयास के बीच संसद को नए भवन में स्थानांतरित किए जाने की प्रबल संभावना है, जिसका उद्घाटन 28 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। संसद के विभिन्न विभागों के कर्मचारी भी नयी वर्दी में दिखाई पड़ सकते हैं।