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CG NEWS : छत्तीसगढ़ में टीबी मरीजों के सामने दवाई का संकट, लगातार एक सप्ताह से हो रही समस्या, बढ़ रही मरीजों की संख्या!

By: Shivani Hasti | Created At: 31 May 2024 09:20 AM


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CG NEWS : रायपुर। छत्तीसगढ़ को स्वास्थ्य विभाग ने साल 2025 तक पूरी तरह से टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। लेकिन पिछले कुछ महीनों के आंकड़े के मुताबिक प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे क्षय रोग (टीबी) के मरीजों ने चिंता बढ़ा दी है। टीबी के 1,520 नए मरीज सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, साढ़े चार माह में 14,220 मरीज मिल चुके हैं। विगत वर्ष टीबी के करीब 38 हजार मरीज मिले थे। वहीं, अब तक 532 से अधिक एमडीआर (मल्टी ड्रग रेजिस्टेंट) केस की पहचान भी की गई है। इसमें मृत्यु दर 60 प्रतिशत तक है। चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना काल के बाद से टीबी के मरीज तेजी से बढ़े हैं। इसके कारणों को जानने के लिए शोध की जरूरत है।

टीबी दवाओं की किल्लत जारी

यदि दवा में अंतराल हो जाए तो मरीज में ड्रग रेसिस्टेंट टीबी डेवलप हो सकती है, जो कि बेहद खतरनाक हो सकता है। टीबी मरीजों को खाली पेट ही दवा खानी होती है। कोर्स के बीच में लंबा अंतराल होने पर मरीजों का दोबारा फालोअप होता है। केंद्र से नहीं हुई दवाइयों की आपूर्ति: प्रदेश के शासकीय अस्पतालों में टीबी की दवा नहीं मिलने से मरीज बैरंग लौटने को मजबूर हैं। सरकारी अस्पतालों में फरवरी से ही टीबी दवाओं की किल्लत शुरू हो गई थी। कुछ समय तक तो अस्पतालों में जैसे तैसे काम चलता रहा, लेकिन पिछले एक माह से दवा बिल्कुल खत्म हो चुकी है। रायपुर में भी केवल एक सप्ताह की दवा बची हुई है। टीबी के मरीजों को दी जाने वाली दवाओं की आपूर्ति केंद्र सरकार के टीबी डिविजन द्वारा किया जाता है, जो ठप है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि टीबी की दवा के लिए टीबी डिविजन को कई बार पत्र लिखा जा चुका है। छत्तीसगढ़ ही नहीं, पूरे देश में दवा की आपूर्ति नहीं हो रही है। वहां से निर्देश मिलने के बाद ही प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को जिला स्तर पर दवा खरीदी के निर्देश दिए गए हैं।