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देश में बढ़ रहे हीट स्ट्रोक के मामले, स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों संग की बैठक, दिए खास निर्देश

By: Sanjay Purohit | Created At: 07 June 2024 06:34 AM


प्रचंड गर्मी और लू ने लोगों की टेंशन बढ़ा दी है। कई राज्यों में हीटवेव से मौतें भी हुई हैं। हालात की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों के साथ बैठक की। इसमें उन्हें हीटवेव के मद्देनजर जरूरी दिशानिर्देश जारी किए।

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नई दिल्ली, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों के साथ भीषण गर्मी की स्थिति से जुड़ी तैयारियों को लेकर वर्चुअल समीक्षा बैठक की। देश भर के अस्पतालों में अपनाए गए आग और विद्युत सुरक्षा उपायों का आकलन भी इस बैठक में किया गया। पिछले महीने 27 मई मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, जून में उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश क्षेत्रों और मध्य भारत के आसपास के क्षेत्रों में सामान्य से अधिक गर्मी पड़ने की संभावना है। मंत्रालय ने राज्यों को हीट स्ट्रोक रूम, ओआरएस कॉर्नर बनाने के साथ- साथ सर्विलांस सिस्टम को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं। देश में हीट स्ट्रोक से लोगों की मौत भी हो रही है।

भीषण गर्मी को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय अलर्ट

स्वास्थ्य मंत्रालय ने गर्मी से संबंधित बीमारियों के लिए स्वास्थ्य प्रणालियों की तैयारी को मजबूत करने पर दिशा-निर्देश दिए हैं। कुछ दिन पहले केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने भी सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर कहा था कि बढ़ते तापमान के साथ अस्पतालों में आग लगने का खतरा भी बढ़ जाता है और आग लगने की घटनाओं को रोकने के लिए तुरंत प्रभाव से सभी जरूरी कदम उठाए जाएं।

मंत्रालय ने जारी की गाइडलाइंस

मंत्रालय ने गर्मी से जुड़ी बीमारियों को लेकर इमरजेंसी कूलिंग के लिए भी गाइडलाइंस जारी की है। मरीजों को अस्पतालों में कोई परेशानी न हो और उनको बेड मिलने में कोई दिक्कत नहीं हो, यह निर्देश भी जारी किया गया है। देश भर के सभी एम्स और मेडिकल कॉलेजों में गर्मी से हुई मौतों में शव परीक्षण निष्कर्षों पर भी गाइडलाइंस दी गई है। राज्यों में एंबुलेंस की कमी नहीं हो। हीट हेल्थ एक्शन प्लान के मुताबिक राज्यों को काम करना होगा ताकि लू लगने से बीमार व्यक्ति का प्राथमिकता के आधार पर इलाज हो और हर अस्पताल में इसके लिए पर्याप्त तैयारी हो।